पूरी दाढ़ी काटने के साथ गैरसुन्नत दाढ़ी रखने पर दारुल उलूम देवबंद ने चार तलबा यानी छात्रों को निष्कासित किया है. दारुल उलूम प्रबंधतंत्र ने तलबा को सख्त चेतावनी देते हुए कहा अगर किसी तलबा ने दाढ़ी कटवाई तो उसको निष्कासित कर देगें.  शरीयत की रोशनी में दाढ़ी रखने का हुक्म प्रबंधतंत्र ने तलबा से दिया है.


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दारुल उलूम के नाजिम-ए-तालिमात (शिक्षा विभाग के प्रभारी) मौलाना हुसैन अहमद हरिद्वारी की ओर से सोमवार को संस्था में नोटिस चस्पा किया गया जिसमें तलबा को अनुशासन में रहने की नसीहत दी गई है. नोटिस में साफ तौर पर कहा गया है कि अगर तलबा दाढ़ी काटता है तो उसके खिलाफ सीधी निष्कासन की कार्रवाई की जाएगी.


इतना ही नहीं ये भी कहा गया है कि दाढ़ी काटने वाले तलबा को संस्था में दाखिला नहीं दिया जाएगा. इसके अलावा नोटिस के जरिए बताया गया है कि इसी आरोपों में पिछले दिनों चार छात्रों को निष्कासित किया गया है. जिनका माफीनामा भी स्वीकार नहीं किया है. साथ ही उनकी वार्षिक परीक्षा पर भी संशय की स्थिति है.


 इस नोटिस के जारी होने के बाद से दारुल उलूम के खलबली का माहौल है. एक सवाल के जवाब में तीन साल पहले भी दारुल उलूम ने फतवा जारी किया था. जिसमें बताया गया था कि इसलाम में दाढ़ी कटवाना हराम माना गया है.


वहीं देवबंद उलेमा-ए-कराम ने बताया कि फैशनेबल दाढ़ी रखना गैर सुन्नती माना गया है. उनका कहना है कि  कुरआन और हदीस के मुताबिक एक मूठ दाढ़ी रखना सुन्नत तरीका होता है. वहीं ऑन लाइन फतवा विभाग के प्रभारी मुफ्ती अरशद फारुकी ने जानकारी दी कि  मुसलमान के लिए दाढ़ी कटवाना हराम माना गया है.