रामानुज/देहरादून : राजधानी देहरादून में बेरोजगार संघ के प्रदर्शन के दौरान हुए पथराव के मामले में कोर्ट ने छह गिरफ्तार युवाओं की जमानत मंजूर कर दी है. 12 फरवरी को होने वाले पेपर के मद्देनजर 6 युवाओं की जमानत दी गई है. बार एसोसिएशन के सचिव अनिल शर्मा का कहना है कि 6 युवाओं की जमानत हो चुकी है. बाकी 7 युवाओं के मामले में 13 फरवरी को सुनवाई होनी है. फिलहाल बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार को जमानत नहीं मिली है. बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार सुबह सीएम पुष्कर सिंह धामी से वार्ता की, लेकिन इसके बाद भी देहरादून के शहीद स्थल पर उनका प्रदर्शन जारी रहा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सीबीआई जांच की मांग
युवा पेपर लीक मामले की सीबीआई की जांच कराने की मांग कर रहे हैं. दूसरी तरफ पुलिस ने 2 दिन पहले राजधानी देहरादून में हुए पथराव के मामले में बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार के साथ कुल 13 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है. अब शहीद स्थल पर प्रदर्शन कर रहे युवा, गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों की रिहाई की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी युवाओं ने सरकार के सामने तीन प्रमुख मांगे रखी है. उनका कहना है कि सरकार को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग उत्तराखंड राज्य लोक सेवा आयोग के अभी तक जितने भी पेपर हुए हैं उसकी सीबीआई जांच करानी चाहिए. छात्रों की मांग है कि 12 फरवरी को होने वाली पटवारी लेखपाल की परीक्षा को भी रद्द करना चाहिए और उनके गिरफ्तार नेताओं की बिना किसी शर्त से रिहाई होनी चाहिए. उनका कहना है जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. 


यह भी पढ़ें: लेखपाल ने रिश्वत में लिया आईफोन और 5 लाख रूपये, डिप्टी सीएम तक पहुंचा मामला


हरीश रावत को पुलिस ने रोका


शहीद स्मारक पर युवाओं के आंदोलन को समर्थन देने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पुलिस ने रोक दिया. इससे कांग्रेसियों ने भी बवाल काटना शुरू कर दिया. हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने कई कांग्रेसियों को हिरासत में ले लिया. इस मौके पर पूर्व सीएम हरीश रावत का कहना था कि या तो उन्हें शहीद स्थल बेरोजगारों से मिलने दिया जाए या गिरफ्तार किया जाए.


WATCH: भारतीय सेना की महिला जवान के साथ तुर्किये में हुआ कुछ ऐसा, तस्वीर दुनियाभर में हो रही वायरल