नई दिल्ली: अपने रेलवे स्टेशन पर यह लिखा तो देखा होगा कि यात्री अपनी सामान की सुरक्षा के लिए खुद जिम्मेदार हैं, लेकिन बुधवार को दिल्ली की लाइफलाइन मानी जाने वाली मेट्रो में गलत जानकारी देने का मामला सामने आया. इस वाकये को देखकर यही महसूस हुआ कि अगर आप को सही समय पर किसी जगह पहुंचना है तो मेट्रो की खिड़की से बाहर झांकते रहें. आइए बताते हैं पूरा मामला.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से द्वारका ब्लू लाइन का
दरअसल, ये मामला नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से द्वारका ब्लू लाइन का है. मेट्रो में स्टेशन की गलत जानकारी दिए जाने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हाल ही में कुछ खबरें आई थीं कि यात्रियों को सही जानकारी देने के मामले में डीएमआरसी DMRC यानी दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन दुनिया में सबसे आगे है, लेकिन डीएमआरसी द्वारा यात्रियों को स्टेशन की गलत जानकारी देने से मेट्रो पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. 


पिछले स्टेशन की हो रही थी अनाउंसमेंट 
आपको बता दें कि इस बात की पड़ताल की गई, तो नोएडा सेक्टर 52 से सेक्टर 16 स्टेशन तक के बीच मेट्रो में सफर कर रहे यात्री ट्रेन में हो  रही अनाउंसमेंट को सुनकर गलत स्टेशन पर उतर रहे थे. यात्रियों ने बातचीत के दौरान अपनी परेशानी साझा की. उनका कहना था कि मेट्रो में गलत जानकारी दिए जाने से वे अपनी डेस्टिनेशन तक पहुंचने में लेट हो गए. दरअसल मेट्रो चल आगे रही थी और अनाउंसमेंट पिछले स्टेशन की हो रही थी. 



अनाउंसमेंट कुछ और पहुंचे गए कहीं और 
बुधवार सुबह समय लगभग 11:40 बजे नोएडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन आने के बाद अगला स्टेशन गोल्फ कोर्स बताया गया, लेकिन मेट्रो बॉटनिकल गार्डन स्टेशन पहुंच चुकी थी.  जब मेट्रो बॉटनिकल गार्डन स्टेशन पहुंची तो मेट्रो नोएडा सेक्टर 18 पहुंची. हालांकि इसके बाद इस गलती को सुधार लिया गया और अगला स्टेशन सेक्टर 16 बताया जाने लगा, तब तक तमाम यात्री गलत स्टेशन पर उतर चुके थे. 


इस मामले की डीएमआरसी कर रहा जांच
आपको बता दें कि तमाम यात्री मेट्रो प्रशासन द्वारा दी गई गलत जानकारी की वजह से गलत स्टेशन पर पहुंच गए. सवाल ये है कि क्या डीएमआरसी मेट्रो में दी गई गलत जानकारी से दूसरे स्टेशनों पर उतरे यात्रियों के टोकन या कार्ड से काटी गई राशि वापस करेगी. कई यात्री अपने परिवार के साथ यात्रा कर रहे थे तो कई परीक्षा देने जा रहे थे. उन्हें समय पर पहुंचना भी बहुत जरूरी था. इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. अब देखना यह है कि इस मामले में डीएमआरसी क्या एक्शन लेती हैं. मामला संज्ञान में आने के बाद डीएमआरसी ने मामले की जांच कर रही है.