लखनऊ : प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में इफ्तारी की मांग को लेकर हॉस्टल के छात्रों ने कुलपति आवास का घेराव किया है. मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रों को शांत कराया. प्रॉक्टर के मुताबिक सभी छात्र एक हैं और हॉस्टल के बाहर इफ्तारी या नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं है. ये पहला मौका नहीं जब जब विश्वविद्यालय इस तरह के मुद्दों को लेकर विवादों में  है.


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फरवरी में विश्वविद्यालय परिसर में स्थित हॉस्टल के वार्डन डॉक्टर आजम अंसारी ने छात्रों को शिवाजी जयंती मनाने से रोक दिया. छात्रों ने आरोप लगाया था कि हॉस्टल परिसर से शिवाजी की फोटो जबरन हटवाई गई. साथ ही नोटिस देने की धमकी भी दी है। इस मामले का विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. 


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ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय की स्थापना 2009 में हुई थी. संस्थान में अरबी फारसी भाषा के साथ ही तकनीकी और अन्य विषयों की पढ़ाई होती है. 


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