Deoria Murder Case: देवरिया हत्याकांड के बाद जमीन विवाद की परतें खुलती जा रही हैं. खुलासा हुआ है कि देवरिया के रुद्रपुर के फतेहपुर गांव का दबंग प्रेमचंद्र यादव का पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड था. जबरन जमीन कब्जे का आरोप भी थी, लेकिन स्थानीय पुलिस इस पर आंखें मूंदे रही. बताया जाता है कि देवरिया मर्डर का मुख्य आरोपी प्रेमचंद यादव और उसका भाई रामजी यादव इससे पहले सत्यप्रकाश दुबे के खेत की गेहूं की फसल हथियारों के बल पर काट ले गए थे. सिविल कोर्ट के जमीन को लेकर स्टे भी दे रखा था, लेकिन स्थानीय पुलिस प्रशासन ने आदेश का पालन नहीं कराया. सत्यप्रकाश दुबे ने सिविल कोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल कर इंसाफ की गुहार लगाई थी. इस मामले में देवरिया सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी के तेवर तल्ख नजर आ रहे हैं.


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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देवरिया के प्रेमचंद्र यादव ने कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान राइफल के दम पर सत्यप्रकाश दुबे के खेत में खड़ी गेहूं की फसल कटवा ली थी. लेकिन पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की. 


जबरन जमीन कब्जे का भी मुकदमा
रुद्रपुर के फतेहपुर के लेहड़ा टोला हत्याकांड में मारे गए सत्यप्रकाश दुबे ने 2014 में कोर्ट केस दायर किया था. इसमें प्रेमचंद यादव और रामजी यादव पर जबरन भूमि कब्जा का आरोप था. अदालत ने 6 अगस्त 2014 को स्थगनादेश भी दे दिया था. लेकिन प्रेम चंद्र यादव के आगे पुलिस लाचार नजर आई. 


पुलिस की संलिप्तता
सत्यप्रकाश ने 6 अप्रैल 2020 को स्टे की कॉपी के साथ तत्कालीन डीएम को प्रार्थनापत्र दिया था. डीएम ने एसडीएम रुद्रपुर कोर्ट के आदेश का तत्काल पालन कराने को कहा था.स्थानीय पुलिस को भी आदेश का पालन कराने को कहा गया, लेकिन सात साल में भी कोई कार्रवाई नहीं की गई.


 


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