मोहित गोमत/बुलंदशहर : प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 2 हजार रुपये के नोट बदले जाने पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि भ्रष्टाचारी नहीं चाहते हैं कि 2 हजार के नोट बंद हों. उन्होंने कहा कि यह फैसला पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए लिया है.  वहीं समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि ''सरकार को अब एहसास हो गया है कि 2016 में जो नोटबंदी की गई वह कितना बड़ा फेलियर था. सिर्फ और सिर्फ जनता को परेशान किया गया था और आज भी किया जाएगा. भाजपा के लोगों ने अपना ब्लैक मनी और 2000 की नोट पहले ही बदल ली है. उसके बाद यह फैसला किया गया है. इनका कोई भी फैसला जनता के हित में नहीं होता क्योंकि सत्ता समझदारी से चलती है मनमानी से नहीं.''


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या कहती है महाराजगंज की जनता 


महराजगंज जनपद के आम लोगों ने कहा कि आरबीआई का फैसला बहुत ही अच्छा है क्योंकि काफी समय से 2000 के नोट बाजार में प्रचलन में नहीं थे. भ्रष्टाचार में डूबे लोग इन नोटों को काफी समय से डम्प कर के रखा था. आरबीआई के फैसले से आम लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. 


यह भी पढ़ें: Lucknow: 10वीं पास लड़के इंटरनेशनल कॉल को लोकल में बदल देते थे, देश की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश में गिरफ्तार


व्यापारी उद्योगपति ऑन नोटबंदी
2000 की नोट बंदी पर व्यापारी और उद्योगपतियों का कहना है कि मोदी सरकार का यह फैसला पहले भी अच्छा था और आज भी अच्छा है. जो ईमानदार व्यापारी और उद्योगपति हैं उन्हें किसी तरीके की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. प्रदेश अध्यक्ष व्यापार मंडल संदीप बंसल ने कहा कि जिनके पास ब्लैक मनी है उनके लिए यह कड़ा फैसला है और इस तरीके के फैसले सरकार को निरंतर लेना चाहिए उत्तर प्रदेश का व्यापारी और उद्योगपति इस फैसले से खुश है. इसी तरह इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बंसल ने कहा यह एक प्रभावी फैसला है. हम सभी इसका स्वागत करते हैं.


WATCH: कड़े कानून के बावजूद क्यों काबू में नहीं आ रहा 'लव जिहाद का जल्लाद', देखें क्या कहते हैं नेता और धर्मगुरु