निरहुआ-आम्रपाली की जोड़ी ने मचाया धमाल, `माई प्राइड ऑफ भोजपुरी` का गाना `पलकन के छांव में` हुआ रिलीज
Nirahua amrapali Dubey New Song: जुबली स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ (Dinesh Lal Yadav) और यूट्यूब क्वीन अम्रपाली दुबे (Aamrapali Dubey) की फिल्म `माई: प्राइड ऑफ भोजपुरी` का गाना `पलकन के छाँव में` रिलीज किया गया है. यहां देखें वीडियो सॉन्ग.
Nirahua amrapali Dubey New Song released: भोजपुरी सिनेमा के जुबली स्टार के नाम से मशहूर दिनेश लाल यादव निरहुआ (Dinesh Lal Yadav) और यूट्यूब क्वीन अम्रपाली दुबे (Aamrapali Dubey) की बहुचर्चित भोजपुरी फिल्म 'माई: प्राइड ऑफ भोजपुरी' से जहां जिओ स्टूडियो पर धूम मचा रखी है. वहीं इसके फिल्म के गानों ने यूट्यूब पर तहलका मचा दिया है.
'माई: प्राइड ऑफ भोजपुरी' से नया गाना 'पलकन के छाँव में' रिलीज किया गया है. जिसमें निरहुआ और अम्रपाली दुबे के ऊपर फिल्माया गया है. जिसे भोजपुरी सुरों की मल्लिका प्रियंका सिंह और सिंगर रोहित ने मिलकर गाया है. गाने को वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स भोजपुरी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल से रिलीज किया गया है. जिसे दर्शकों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है.
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गाने में निरहुआ और अम्रपाली दोनों सड़कों पर घूम रहे हैं, जहां निरहुआ लोगों के सामने हाथ फैला रहे हैं, तो वहीं अम्रपाली उनकी जहां खुद भीख मांगती हुई नजर आ रही हैं. जिसमें अम्रपाली कहती हैं कि तोहरा के राखब पलकन के छाँव में...जोड़ लेले बानी तोहर नाव अपना नाव में ... धूप चाहे छाँव होई दिन चाहे रात होई...छुटी न हो साथ सइयां हथवा में हाथ होई...।
गाने में अम्रपाली और निरहुआ का सादगी भरा अंदाज भोजपुरी दर्शकों को पसंद आ रहा है. गाने में अम्रपाली सफेद रंग के सलवार शूट में भी कातिलाना लग रही हैं. वहीं निरहुआ अपनी गरीबी को दिखाते हुए मेहंदी कलर की फॉर्मर शार्ट और ग्रे पेंट में नजर आ रहे हैं. वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स प्रस्तुत 'पलकन के छाँव में' गाने को सिंगर प्रियंका सिंह और रोहित ने अपनी मधुर आवाज में गाया हैं. फिल्म के निर्माता ज्योति देशपांडे और निशांत उज्ज्वल हैं. फिल्म का निर्देशन व म्यूजिक रजनीश मिश्रा ने दिया है.
फिल्म की अगर बात करें तो इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म जियो सिनेमा से 16 मई को रिलीज किया गया है. जिसमें एक बेटे का अपनी मां के प्रति समर्पण को बड़े ही सिंपल तरीके से दिखाया गया है. जिसमें एक बेटा अपनी मां के खातिर अपनी ऐशों आराम की जिंदगी छोड़कर एक भिखक्षुक का जीवन मजबूर हो जाता है.