Vastu Tips for Diwali: दीपावली में बदल डालें मुख्य दरवाजे की Door Bell, होगी माता लक्ष्मी की कृपा
Vastu Tips For Door Bell: आइए आपको बताते हैं इस दीपावली डोरबेल में क्या तब्दीली करें और क्या न करें...
Vastu Tips For Door Bell: हम कड़ी मेहनत से कुछ पैसे जोड़ते हैं और काफी जतन कर अपना आशियाना बनाते हैं. दीपावली में हम अपने सामर्थ्य के अनुसार घर को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाते हैं. इन सबके बीच हमारा ध्यान मुख्य दरवाजे और घर की सजावट पर ही रह जाता है. जानकारों की मानें तो किसी घर में डोर बेल की आवाज का काफी असर पड़ता है. आइए आपको बताते हैं दीपावली में डोरबेल में क्या तब्दीली करें और क्या न करें.
ऐसा करें नहीं तो मुसीबतें घर में करेंगी प्रवेश
आपको बता दें कि वास्तु की जानकारी के अभाव में हम कई ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो आए दिन मुसीबतों को न्योता देती हैं. दरअसल, घर की सुख-शांति बनाए रखने के लिए वास्तु शास्त्र में कुछ नियम और उपाय बताए हैं. इसके मुताबिक डोर बेल लगाने के भी कुछ नियम हैं. इस दीपावली वास्तु शास्त्र के नियम का पालन करें, नहीं तो आपके घर के दरवाजे की घंटी, मुसीबत की घंटी बन सकती है. पालन न करने और चूक होने पर माता लक्ष्मी घर आने की बजाए रूठ कर घर से चली जाएंगे.
इस दीपावली घर में जरूर लगाएं डोर बेल
वास्तु के अनुसार घर के दरवाजे पर डोर बेल बहुत जरूरी है. इसके न होने से नेगेटिव एनर्जी का घर में प्रवेश हो जाता है. जरा सोचिए दीपावली पर आपके घर आने वाला कोई मेहमान, अपने आने की दस्तक कैसे देगा? डोर बेल न होने पर वो नॉक करेगा. इससे दरवाजे की खट-खट होगी और कर्कश आवाज निकलेगी. इससे बड़ी आसानी से घर में नेगेटिव एनर्जी प्रवेश कर जाएगी. साथ ही परिवार के सदस्यों के दिमाग पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा.
आर्थिक रूप से पहुंच सकता नुकसान
वास्तु के अनुसार नेगेटिव एनर्जी से घर में परेशानियां होती हैं. इसलिए इस दीपावली भक्ति, भजन और मंत्र उच्चारण वाला डोर बेल लगाएं. देवी लक्ष्मी ऐसे घरों में वास करना पसंद करती हैं. वहीं, डोर बेल न होने से दरवाजे की खटखट से उत्पन्न नकारात्मक उर्जा आपको आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचा सकती है. सामान्य सी दिखने वाली डोर बेल आपके लिए मुसीबतों की घंटी बन सकती है.
ट्रिंग ट्रॉन्ग वाली डोर निकालें घर के बाहर
वास्तु के अनुसार ट्रिंग ट्रॉन्ग वाली डोर बेल कभी न लगाएं. अगर लगी हो तो निकाल बाहर करें. क्योंकि डोर बेल की चुभने वाली आवाज नकारात्मक उर्जा के संचार को बढ़ाती है. इसकी जगह आप ओम, ईश्वर, भक्ति, भजन और मंत्र उच्चारण वाली डोर बेल लगा सकते हैं. इससे आप डोर बेल के बहाने अपने ईश्वर का नाम बार-बार सुनेंगे. इससे मन भी प्रसन्न होगा.
यहां लगाएं डोर बेल और मां लक्ष्मी का चित्र
वास्तु के अनुसार यदि संभव हो तो डोर बेल के बगल में माता लक्ष्मी का चित्र जरूर लगाएं. इसके अलावा मेन डोर पर लगी नेम प्लेट के नीचे डोर बेल न लगाएं. दरअसल, नेम प्लेट घर के मुखिया के नाम की हो, प्लेट पर स्वास्तिक का चिन्ह बनवा सकते हैं. इसमें मुखिया के नाम के साथ पद भी लिखा हो. वास्तु के अनुसार इससे मुखिया के यश और घर में वैभव की वृद्धि होती है.
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