Dragon Fruit Farming: वेस्टर्न यूपी की तस्वीर बदलती नजर आ रही है. यहां के किसान अब पारंपरिक खेती के अलावा किसान बड़ी मात्रा में ड्रैगन फ्रूट की खेती (Dragon Fruit Farming) कर रहे हैं. यूं तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश की धरती गन्ना बेल्ट के लिए मशहूर है लेकिन अब वेस्टर्न यूपी की तस्वीर बदलती नजर आ रही है. यहां के किसान अब पारंपरिक खेती के अलावा किसान बड़ी मात्रा में ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं. जी हां मेरठ और हापुर के किसानों ने अब ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू कर दी है.


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परंपरागत गन्ने की खेती के साथ ड्रैगन फ्रूट की भी खेती कर रहे किसान
गौरतलब है कि गन्ना बेल्ट के अलावा अब मेरठ और हापुड़ के प्रगतिशील किसान परंपरागत गन्ने की खेती के साथ ड्रैगन फ्रूट की खेती भी कर रहे हैं. जी हां मेरठ के मवाना क्षेत्र के किसानों ने गुजरात से 16 से पौधे ड्रैगन फ्रूट खिलाकर अब 1 एकड़ में उसकी रोपाई शुरू कर दी है. 1 एकड़ में 400 पोल खड़े किए गए हैं और प्रति पोल पर 4 पौधे कैक्टस बेल की तरह लगा दिए गए हैं. जैसे ही इस पर फूल आने शुरू हो जाएंगे कुछ ही समय में वह ड्रैगन फ्रूट में तब्दील हो जाएंगे.


ड्रैगन फ्रूट की एक एकड़ में खेती के लिए आती है 5 लाख की लागत 
हॉर्टिकल्चर विभाग के उपनिदेशक डॉ विनीत की मानें तो 1 एकड़ में ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए लगभग 5 लाख रुपये की लागत आती है और फुटकर बाजार में ड्रैगन फ्रूट के एक पीस की कीमत 200 से 250 रुपए की कीमत मापी गई है. फिलहाल अप्रैल से अक्टूबर तक फल का उत्पादन होगा. जिसके बाद ड्रैगन फ्रूट मार्केट में बेचा जाएगा. आपको बता दें ड्रैगन फ्रूट के पौधे की आयु 15 से 20 वर्ष होती है. इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की ओर से प्रोत्साहन के तौर पर ऐसी खेती करने वाले किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है.