कुलदीप नेगी/देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा के कामकाज को अब ई विधानसभा में बदलने की कवायद तेज हो गई है. इसी कड़ी में सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने उत्तराखंड विधानसभा को ई-विधानसभा बनाने के संबंध में सूचना एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी के अधिकारियों व विधानसभा के सदस्यों के साथ बैठक की जिसमें उत्तराखंड विधानसभा को गोवा और हिमाचल की तर्ज पर ई विधानसभा बनाने को लेकर चर्चा हुई. विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कहा की दूरसंचार के उपयोग से समय और श्रम की बचत होती है. इलेक्ट्रॉनिक फॉरम के माध्यम से ई-विधानसभा का उपयोग करके अधिक संख्या में लोगों को समावेश करना आसान होता है. विधायकों के अलावा, आम जनता भी इस प्रक्रिया में भाग ले सकती है और अपनी राय रख सकती है. 


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कागज और समय की होगी बचत
ई-विधानसभा बनाने से कागजों की बचत होगी और डिजिटल माध्यम से ही लोगों को पूरी जानकारी मिल जाएगी. इसमें राज्य बनने के बाद से अब तक के तमाम रिकॉर्ड रहेंगे. विधानसभा कार्यों में बहुत से दस्तावेजों का उपयोग किया जाता है, जिनका काफी खर्चा आता है.लेकिन ई-विधानसभा के माध्यम से, ये दस्तावेज इलेक्ट्रॉनिक रूप से उपलब्ध हो सकते हैं जिससे कागजों की बचत हो सकती है. इसके अलावा, ई-विधानसभा के माध्यम से दस्तावेजों को आसानी से संग्रहित किया जा सकता है. कम कागजों के उपयोग से पर्यावरण को भी बचाया जा सकता है. 


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डिजिटल माध्यम से मिलेगी हर जानकारी
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही उत्तराखंड विधानसभा को ई-विधानसभा के रूप में विकसित किया जाएगा. साथ ही उत्तराखंड बनने से अभी तक की जीतने भी विधानसभा सदन चले है उसकी पूरी जानकारी भी एक जगह डिजिटल रूप में संग्रहित जायेगा. जिससे किसी को भी एक क्लिक में सारी जानकारी मिल सके.


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