कुलदीप चौहान/बागपत: बागपत के गौरीपुर गांव में सम्राट पृथ्वीराज चौहान जन्मोत्सव व बोर्ड अनावरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक शेरसिंह राणा (Sher Singh Rana) मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने हाल ही में रिलीज हुई महान सम्राट पृथ्वीराज पर बनी अक्षय कुमार (Akshay Kumar) अभिनीत सम्राट पृथ्वीराज (Samrat Prithviraj) फिल्म पर काफी कुछ कहा.


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उन्होंने कहा कि फिल्में इंटरटेनमेंट के लिए बनती हैं, लेकिन उनसे छेड़छाड़ की जाती हैं. उन्हों इस बात की तसल्ली है कि कम से कम किसी डायरेक्टर ने तो हिम्मत दिखाकर महापुरुषों पर फिल्म बनाई हैं. वरना आजकल की फिल्में बच्चों के साथ बैठकर देखने लायक भी नहीं होती हैं. 


अफगानिस्तान ले लाए पृथ्वीराज चौहान की मिट्टी
शेरसिंह राणा ने कहा कि अगर किसी भी धर्म के महापुरुषों पर अच्छे से सुधार कर फिल्में बनाई जाएं तो लोगों में अच्छा संदेश जाता हैं. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में सम्राट पृथ्वीराज चौहान की मिट्टी और अन्य सामान का अपमान हो रहा था और वो अपमान पूरे देश के नागरिकों का अपमान था. चाहे वो किसी भी धर्म के हों. सम्राट पृथ्वीराज हिन्दुओं के ही नहीं, बल्कि देश के मुस्लिमों के भी सम्राट थे और मुझे गर्व है कि वहां से मिट्टी व अन्य सामान लेकर आया हूं.


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राष्ट्रभक्ति की भावना जागती है
दरअसल, शेरसिंह राणा आज बागपत के गौरीपुर गांव में आयोजित जन्मोत्सव व बोर्ड अनावरण कार्यक्रम में पहुंचे थे. उन्होंने बोर्ड अनावरण की तारीफ में कहा कि इससे राहगीरों की इस पर नजर पड़ती है और अपने महापुरुषों को देखकर राष्ट्रभक्ति की भावना से लोग ओतप्रोत होते हैं. 


फिल्म इंडस्ट्री को लेकर कही ये बातें
इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि ऐतिहासिक तथ्यों से फिल्में इंटरटेनमेंट के लिए बनती हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है कि उसमें कुछ तथ्यों से छेड़छाड़ हुई है, लेकिन मैं मानता हूं कि डायरेक्टर ने हमारे महापुरुषों को पर्दे पर दिखाने कि हिम्मत तो की. वरना अभी तक तो देखने में आ रहा है कि छोटे-छोटे कपड़े पहनकर उल्टी-सीधी फिल्में बन रही है, जिन्हें बच्चों के साथ बैठकर आप देख भी नहीं सकते. मैं पूर्ण रूप से संतुष्ट नहीं हूं, लेकिन मैं इस बात से संतुष्ट हूं कि किसी ने तो महापुरुषों के चरित्र को पर्दे पर दिखाने कि हिम्मत की है.


जैसे भगत सिंह जी के जीवन पर दो तीन फिल्में बनी और अब जिस प्रकार से ये फिल्में बनी हैं, तो हो सकता हैं कि आने वाले समय में दोबारा से कोई डायरेक्टर इनके जीवन पर फिल्म बनाएं और अच्छे से सुधार करके तथ्यों को पेश करें. मुझे विश्वास हैं कि आने वाले समय में हमारे जो और भी महापुरुष हैं चाहे वे किसी भी धर्म हों उस पर फिल्में बने और लोगो को संदेश मिले.


पृथ्वीराज चौहान हर भारतीय के हैं पूर्वज- राणा
शेरसिंह राणा ने कहा कि साल 2005 में अफगानिस्तान से जो मिट्टी और अन्य सामान हम लेकर आए थे. उन्हें वो उचित सम्मान तो नहीं मिला ये मैं भी मानता हूं, लेकिन मेरा मानना है कि हर किसी का समय आता है. वहां अफगानिस्तान में उनकी जिस तरह से बेकद्री हो रही थी और उनका अपमान हो रहा था. ये अपमान देश के हर नागरिक का था चाहे वह किसी जाति और धर्म का व्यक्ति हो पृथ्वीराज चौहान जी सभी के महान पूर्वज हैं. यहां पर जो हमारे मुस्लिम भाई रहते हैं वे उनके भी पूर्वज हैं तो ये सभी का अपमान था. 


"हमें जो सौभाग्य मिला उस पर भी बन रही फिल्म"
राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक शेरसिंह राणा ने कहा कि ईश्वर ने हमें मौका दिया तो हम अफगानिस्तान जाकर उनकी मिट्टी और अन्य सामान लेकर आए हैं. हमें जो ये सौभाग्य मिला उस पर भी एक फिल्म बन रही है. जो आप ये सम्राट पृथ्वीराज फिल्म देख रहे हो इसके आगे के हिस्से पर अगले साल फिल्म आएगी 'शेरसिंह राणा'. उसमें विद्युत जामवाल मेरा रोल कर रहे हैं और नारायण सिंह इसके डायरेक्टर हैं.


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