एटा: अखिलेश के करीबी रामेश्वर सिंह पर बड़ी कार्रवाई, पुत्रों की 26 करोड़ की संपत्ति होगी कुर्क
Etah News: डीएम अंकित कुमार अग्रवाल ने बताया कि एसडीएम अलीगंज को अचल संपत्ति का प्रशासन नियुक्त किया है. वह सात दिन में संपत्ति कुर्क कर रिपोर्ट अदालत में देंगे....
धनंजय भदौरिया/एटा: यूपी के एटा के सपा नेता पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव व जुगेन्द्र सिंह यादव के खिलाफ जिला प्रशासन बड़ा एक्शन लेने जा रहा है. उनके पुत्र सुबोध यादव और प्रमोद यादव की 37 संपत्तियां चिह्नित की गई हैं. 26.33 करोड़ रुपये की इन संपत्तियों को प्रशासन कुर्क करेगा. रामेश्वर सिंह और उनके छोटे भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह के विरुद्ध कोतवाली नगर में गैंगस्टर एक्ट का मामला दर्ज है. रामेश्वर सिंह जेल में बंद हैं.
डीएम अंकित अग्रवाल कुर्क करने का आदेश किया था पारित
एटा के डीएम अंकित अग्रवाल ने 17 जून को सपा नेता की सभी चल-अचल संपत्तियां कुर्क करने का आदेश पारित किया था. जांच के दौरान पाया गया कि गैंग बनाकर की गई कमाई से रामेश्वर सिंह के पुत्र सुबोध यादव व प्रमोद यादव के नाम से संपत्तियां खरीदी हैं.यह संपत्तियां एटा के अलावा मथुरा, फर्रुखाबाद, लखनऊ में भी हैं. सुबोध यादव के नाम 21.10 करोड़ रुपये मूल्य की 21 संपत्तियां हैं, जबकि प्रमोद यादव के नाम से 5.23 करोड़ रुपये की 16 संपत्तियां चिह्नित की गई हैं.
डीएम अंकित कुमार अग्रवाल ने बताया कि एसडीएम अलीगंज को अचल संपत्ति का प्रशासन नियुक्त किया है. वह सात दिन में संपत्ति कुर्क कर रिपोर्ट अदालत में देंगे. मथुरा और फर्रुखाबाद के डीएम को संपत्तियां कुर्क कराने के लिए पत्र भेजे हैं. डीएम ने बताया कि रामेश्वर सिंह यादव और उनके पुत्र सुबोध यादव का जनता में भय व्याप्त है. रामेश्वर सिंह अपराध जगत में आपराधिक गैंगों के सक्रिय सदस्य रहे हैं.
एटा में प्रमोद हैं जिला पंचायत सदस्य
पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके परिवार का एटा और पड़ोसी जनपद फर्रुखाबाद में राजनीतिक रसूख रहा है. भाजपा सरकार के दौरान हुए जिला पंचायत चुनाव में भी ये काफी मजबूत रहे. एक पुत्र प्रमोद एटा तो दूसरा पुत्र सुबोध फर्रुखाबाद में जिला पंचायत सदस्य हैं.एटा में हुए चुनाव में प्रमोद यादव जैथरा क्षेत्र के वार्ड संख्या 29 से चुने गए थे. इनके अलावा सपा के अन्य कई प्रत्याशी भी जीते और सपा ने आसानी से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी हासिल कर ली थी. जुगेंद्र सिंह यादव की पत्नी अध्यक्ष बनीं.
फर्रुखाबाद में सुबोध ने जीता चुनाव
फर्रुखाबाद में डॉ. सुबोध यादव नवाबगंज क्षेत्र के वार्ड संख्या 16 से चुनाव जीते थे. इसके बाद पार्टी से अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा. हालांकि वहां सपा के लिए यह चुनाव आसान नहीं रहा और भाजपा समर्थित प्रत्याशी मोनिका यादव की जीत हो गई. प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद एटा की राजनीति में तेजी से बदलाव आया. रामेश्वर सिंह और जुगेंद्र सिंह पर तमाम आपराधिक मुकदमे दर्ज होने के साथ ही कोतवाली नगर में गैंगस्टर एक्ट का भी मामला दर्ज कर लिया गया. इसके साथ ही उनकी संपत्तियां कुर्क करने का आदेश हुआ.
रामेश्वर सिंह यादव और जुगेंद्र सिंह यादव की एटा सहित अन्य जिलों की करोड़ों रुपये की संपत्तियां कुर्क की जा चुकी हैं, जबकि उनके सहयोगियों के रूप में सामने आए लोगों पर भी कुर्की कार्रवाई चल रही है. विवेचना के दौरान चिह्नित की गई रामेश्वर सिंह यादव के दोनों पुत्रों की संपत्तियों को भी कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
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