धनंजय भदौरिया/एटा: उत्तर प्रदेश के एटा में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. यहां पुलिस ने 24 घंटे के अंदर पति-पत्नी (Husband Wife Murder Case) की चाकू से गोदकर हुई निर्मम हत्या (Double Murder Case) का सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक सगे भाई ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है. सगे भाई ने अपने साथी को पांच लाख रुपये देने का लालच देकर साथ मिलकर हत्या की थी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू और मृतक का मोबाइल भी बरामद कर लिया है. पुलिस ने मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है.


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क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के ग्राम श्रीकरा का है. यहां जितेंद्र उर्फ टीटू (25) और उसकी पत्नी प्रीति (24) की सोमवार को चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी. इस दौरान उनका 3 साल का मासूम बेटा भी घायल हो गया. पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मृतक के आरोपी भाई पंकज और उसके साथी प्रविन्द्र को अलीगंज रोड से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. आरोपी पंकज ने ही पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.


क्या थी हत्या की वजह? 
आरोपी पंकज इस बात का डर था कि मां अपने हिस्से की जमीन मृतक जितेन्द्र को दे देंगी. जिसकी कुल कीमत करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपये है. दोनों के बीच बंटवारे के लिए पंचायत हुई थी, जिसमें पंकज के हिस्से में करीब ढाई बीघा जमीन, दुकान का आधा हिस्सा तथा सबमर्सिबल आई थी. आरोपी का कहना है कि पूरी दुकान पर जितेन्द्र ने कब्जा कर रखा था. वहीं, दूसरा आरोपी प्रवेन्द्र मृतक की दुकान के सामने चिकन बेचता है, जहां पंकज का भी काफी उठना-बैठना था. पंकज के मन में संपत्ति के विवाद के चलते जितेंन्द्र को रास्ते से हटाने का ख्याल आया. जिसके बाद उसने प्रविन्द्र के साथ मिलकर अपने भाई और भाभी की हत्या को अंजाम दिया. 


ऐसे दिया वारदात को अंजाम
दोनों तीन-चार दिन पहले से जितेन्द्र पर नजर रखे हुए थे. हत्या करने के लिए पंकज ने प्रविन्द्र को 5,00,000 रुपये देने का वादा किया था. 
आरोपी ने बताया कि दोनों सुबह करीब 06.30 बजे जितेन्द्र के घर पहुंचे. उस समय वह कहीं बाहर गया था. उसकी पत्नी प्रीति घर पर अकेली थी. पंकज सीढ़ी से ऊपर गया और प्रीति को खींचकर नीचे ले आया. यहां उसने चाकू से वार कर प्रीति को लहूलुहान कर दिया. इतना ही नहीं, उसने प्रीति पर हथोड़े से भी वार किया. इसी बीच जितेंद्र भी घर आ गया. प्रविन्द्र ने उसके ऊपर भी छुरे से कई वार किए और उसका गला काट दिया. इसके बाद शटर गिराकर दोनों वहां से चले गए. 


घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपियों ने जिरसमी नहर के पास शराब पी. इसके बाद पंकज ने अपनी शर्ट और चप्पल बाग में छुपा दी. वहीं, प्रविन्द्र ने अपनी जैकेट वहीं किनारे पर छोड़ दी और टोपी तालाब में फेंक दी. सबूत मिटाने के बाद दोनों वहां से दोबारा घटनास्थल पर आए. दोनों ने जितेन्द्र व प्रीति के शव को घर से बाहर निकालने में मौके पर मौजूद लोगों की मदद की. ताकि इन पर किसी को शक न हो. 


पुलिस को करना चाहता था गुमराह
पुलिस के अनुसार, मृतक का प्रेम विवाह करीब चार वर्ष पहले हुआ था. शुरुआत में मृतका के माता-पिता व भाई शादी के विरोध में थे, लेकिन बेटा पैदा होने के बाद से विरोध बंद कर दिया गया था. चूंकि शुरू में प्रीति के घर वाले वाले उनके खिलाफ थे, इस बात का फायदा उठाकर आरोपी पंकज ने खुद मृतका के परिवार वालों के खिलाफ नामजद  शिकायत दी. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर उनके द्वारा घटना के समय पहने हुए कपड़े और हत्या में इस्तेमाल किया गया आलाकत्ल और मोबाइल बरामद कर लिए हैं. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है