UP Education News: अब स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को न  सिर्फ आसानी से ट्रैस किया जा सकेगा, बल्कि उनकी पढ़ाई-लिखाई को ज्यादा प्रभावी बनाया जा सकेगा. इंटर तक के बच्चों का यूनिक आइडी कोड क्रिएट होगा. इससे न सिर्फ छात्रों को सुविधा मिलेगी बल्कि शिक्षक भी कई परेशानी से बच सकेंगे. यू डायस पोर्टल पर उनकी पूरी प्रोफाइल अपलोड किए जाने की तैयारी है. एक क्लिक करते ही सारी जानकारी सामने होगी.


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इन समस्याओं से मिलेगी निजात
यूनिक आईडी होने से कई तरह की अड़चनों से छुटकारा मिलेगा. बच्चे दो जगहों पर नाम नहीं लिखवा सकेंगे. ऐसा करते ही आइडी से मामला पकड़ में आ जाएगा. इतना ही नहीं यह भी बच्चों के ड्रॉपआउट का पता चल सकेगा. अक्सर देखने में मिलता है कि कुछ अभिभावक छात्रों का नाम परिषदीय के साथ निजी विद्यालयों में भी लिखवा देते हैं. इतना ही नहीं कहीं यह छात्र किसी कक्षा में पढ़ते थे तो कहीं उनका नामांकन किसी और क्लास में होता है. 


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इन सब समस्याओं को देखते हुए महकमे ने आइडी का निर्णय किया.उसकी सारी शैक्षिक योग्यता, स्कूल आदि का डिटेल एक क्लिक पर होगा. खास बात यह कि इसमें मदरसों सहित सभी स्कूल आएंगे. यूनिक आईडी से ही बच्चों तक पहुंचने वाली डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर स्कीम के स्टेटस का भी पता चल सकेगा.यानी यूनिक आईडी शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी योजनाओं में पारदर्शिता लाने का भी काम करेगी. राज्य सरकार का मकसद है कि बीच में स्कूल छोड़ने वाले छात्रों की ट्रैकिंग की जा सके. इसके साथ ही सरकारी योजनाओं के सभी लाभार्थियों का भी सही पता चल सकेगा. साथ ही योजनाओं में होने वाले फर्जीवाड़े को आसानी से रोका जा सकेगा. यूनिक आईडी के जरिए सरकार बच्चों पर पैनी नजर रखेगी.


 


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