कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद से बुजुर्गों की आंखों की रोशनी जाने का मामला सामने आया था. इस मामले में अधिकारियों ने संज्ञान लिया है. आनन-फानन में मोतियाबिंद का ऑपरेशन करने वाले हॉस्पिटल आराध्या नर्सिंग होम का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, लाइसेंस सस्पेंड होने के बाद सीएमओ की बनाई गई टीम हॉस्पिटल का निरीक्षण करने पहुंचे. आइए बताते हैं पूरा मामला.


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अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दी जानकारी 
दरअसल, टीम का नेतृत्व कर रहे अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसके सिंह ने जानकारी दी. उन्होंने कहा कि शिवराजपुर ब्लॉक के रहने वाले 6 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है. वहीं, मरीजों को हैलट मेडिकल कॉलेज में बुलाकर उनकी जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि चैरिटी के तहत हॉस्पिटल में कैंप का आयोजन किया था. हालांकि, सीएमओ ऑफिस से कैंप लगाने के लिए कोई परमिशन नहीं दी गई थी.


मोतियाबिंद का ऑपरेशन से 6 बुजुर्गों की रोशनी
आपको बता दें कि कल कानपुर में मोतियाबिंद का ऑपरेशन के बाद 6 बुजुर्गों के आंखों की रोशनी चली गई थी. इन लोगों ने कानपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत कर अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी. सीएमओ ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए जांच बैठा दी थी. दरअसल, कानपुर के बर्रा इलाके में बने प्राइवेट नर्सिंग में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने का कैंप लगाया गया था. इसमें शिवराजपुर के रहने वाले लोग भर्ती हुए. जहां उनका ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद 6 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी. 


नेत्र रोग विभाग के एचओडी परवेज खान ने दी जानकारी 
आपको बता दें कि मोतियाबिंद ऑपरेशन में आंखों की रोशनी जाने का मामला में हैलट अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में पीड़ितों का परीक्षण किया गया है. इस मामले में नेत्र रोग विभाग के एचओडी परवेज खान ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि फिलहाल 6 लोगों के आंखों की रोशनी जा चुकी है. वहीं, 4 लोगों की आंखों की रोशनी वापस आने की सम्भावना न के बराबर है. इसके अलावा दो लोगों के आंखों की रोशनी लाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक सभी 6 लोगों को नेत्ररोग विभाग में एडमिट कराया गया है.


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