कुलदीप नेगी/देहरादून : केदारनाथ और बद्रीनाथ मंदिर में दान के लिए क्यूआर कोड के बोर्ड लगाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. मंदिर समिति के अध्यक्ष ने इस मामले में पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई करने के लिए कहा है. मंदिर समिति के अध्यक्ष का कहना है कि ये मंदिर समिति द्वारा नहीं लगाए गए और न ही इसकी उन्हें कोई जानकारी है. लिहाजा इस संबंध में उनके द्वारा पुलिस प्रशासन को आवश्यक कार्रवाई के लिए तहरीर देकर कहा गया है. अब जब मंदिर समिति को ही नहीं मालूम नहीं कि आखिर किसने क्यूआर कोड का बोर्ड लगवा लिया तो विपक्ष भी इसपर चुटकी ले रहा है.


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इस मुद्दे पर बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का कहना है कि दोनों धामों में कपाट खुलने के दिन यह क्यूआर कोड के बोर्ड लगाए गए थे. बीकेटीसी के अधिकारियों को पता चलते ही इन बोर्ड को हटवा दिया गया था. उसके बाद अधिकारियों ने पहले अपने स्तर से इस मामले की छानबीन की, लेकिन इसमें कुछ पता नहीं चला, जिसके बाद अब जाकर समिति के अधिकारियों ने पुलिस को तहरीर दी है.


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केदारनाथ मंदिर के अधिकारी द्वारा केदारनाथ पुलिस चौकी और बदरीनाथ में प्रभारी अधिकारी की ओर से कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई गई है. समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि बीकेटीसी द्वारा अपने कामकाज के लिए पेटीएम का प्रयोग नहीं किया जाता है.  इससे पहले 2016 में फर्जी पर्ची पर विशेष पूजाएं कराने का मामला भी सामने आया था. इसकी जांच भी की गई, लेकिन कार्रवाई क्या हुई अभी तक पता नहीं है. मंदिर में इस तरह के फर्जीवाड़ा को लेकर तीर्थपुरोहित, व्यापारी ने कड़ा रोष जताया है, कहा कि इस तरह की घटनाओं से बदनामी होती है.


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