अब्दुल सत्तार/झांसी :  दीपावली के मौके पर परिवार को उसकी दस साल पहले लापता हुई लाडली मिल गई. लक्ष्मी सूरत से गुमशुदा हुई थी और न जाने कैसे झांसी पहुंच गई. दस साल पहले अपने परिवार से बिछड़ी मानसिक विक्षिप्त युवती झांसी पुलिस की सक्रियता से अपने परिजनों तक वापस पहुंच गई है. जब यह लड़की लापता हुई थी जब उसकी उम्र दस वर्ष थी और इस समय उसकी उम्र लगभग बीस साल है. लापता युवती का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर का रहने वाला है और गुजरात के सूरत में रहकर रोजगार करते हैं.


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लड़की सूरत से ही गायब हुयी थी और भटकते हुए झांसी पहुंच गयी थी.झांसी जनपद के लहचूरा थाने की पुलिस को क्षेत्र में गश्त के दौरान ग्राम भटपुरा व रोरा के बीच एक अर्ध विक्षिप्त युवती सड़क पर टहलते हुए मिली. पूछताछ में वह अपना नाम लक्ष्मी बता पा रही थी. काफी प्रयास करने पर उसने अपने गांव का नाम बपसी बताया. उसे थाना लहचूरा लाया गया और खाना खिलाया गया. बताये गए गांव की जानकारी करायी गयी तो यह गांव जनपद सिद्धार्थनगर का पाया गया.


थाना लहचूरा पुलिस ने सी-प्लान ऐप की मदद से गांव के ग्राम प्रधान का फोन नंबर प्राप्त कर ग्राम प्रधान से संपर्क किया. ग्राम प्रधान की व्हाट्सएप प्रोफाइल पिक्चर लड़की को दिखाया गया तो उसने पहचान लिया. ग्राम प्रधान ने सूरत में रह रहे महिला के परिजनों से संपर्क किया गया जिस पर परिवारी के लोगों ने बताया गया कि उनकी बेटी करीब 10 साल पहले लापता हो गयी थी और तभी से वे लोग तलाश कर रहे हैं लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका.


पुलिस की ओर से जानकारी मिलने पर उसकी मां और भाई तत्काल उसे लाने के लिए सूरत से झांसी के लिए निकल पड़े. छोटी दीपावली के दिन परिवार के लोग थाना लहचूरा पहुंचे और बेटी से मुलाक़ात हुयी. इसके बाद पुलिस ने बेटी को परिवार के साथ विदा कर दिया