अरुण सिंह/फर्रुखाबाद : कोई भी त्योहार आते ही सबसे पहले पुलिसवालों की छुट्टी रद्द कर दी जाती है. आप और हम जब घर में दीवाली और होली मनाते हैं, तब वह गली और चौक चौराहों पर निगरानी कर रहे होते हैं, जिससे कोई भी लॉ एंड ऑर्डर को चैलेंज न कर सके. पुलिस वालों के सामने छुट्टी एक बड़ा चैलेंज होता है. इसकी एक बानगी फर्रुखाबाद में देखने को मिली. यहां एक इंस्पेक्टर ने अपनी समस्या बताते हुए 10 दिन की छुट्टी पुलिस अधीक्षक से मांगी. लेकिन इसके लिए उसने जो तर्क दिया वह वह काफी दिलचस्प है. थानेदार का कहना है कि उनकी पत्नी 22 साल से होली पर मायके नहीं जा पाई है. ऐसे में कम से कम 10 दिन का अवकाश दिया जाए. जिससे वह ससुराल जा सके और पत्नी को मायके में होली मनवा सकें. इंस्पेक्टर साहब का ये लेटर अब सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. नाराज पत्नी की इच्छा पूरी करने करने के लिए निरीक्षक ने 10 दिन की छुट्टी मांगी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बुधवार को पुलिस एवं विशेष जांच प्रकोष्ठ के प्रभारी व निरीक्षक ने पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा को दिए प्रार्थना पत्र में लिखा कि ''शादी के 22 साल में प्रार्थी की पत्नी होली पर अपने मायके नहीं जा सकी है. इस कारण वह मुझसे नाराज है. वह होली पर मायके जाने और प्रार्थी को साथ लेकर चलने की जिद कर रही हैं. इस कारण प्रार्थी को अवकाश की महती आवश्यकता है. श्रीमान जी से विनम्र निवेदन है कि प्रार्थी की समस्या पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए प्रार्थी को 4 मार्च से 10 दिन का अवकाश देने की कृपा करें.'' यह सारी समस्या निरीक्षक ने लेटर में लिखी है. 


यह भी पढ़ें: Umesh Pal Hatyakand: क्या एक करोड़ रुपये की रंगदारी के लिए हुई उमेश पाल की हत्या, जमीन पर अवैध कब्जे का खुलासा


सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस पत्र को लोग पढ़कर निरीक्षक को सहानुभूति दे रहे हैं. गुरुवार को जब यह प्रार्थना पत्र एसपी अशोक कुमार मीणा के पास पहुंचा तो वे स्वयं पत्र पढ़कर मुस्कुराए. वहीं एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि इंस्पेक्टर की समस्या को देखते हुए 5 दिन की छुट्टी मंजूर की है. 


WATCH: 1951 में नयी दिल्ली में हुए पहले एशियाई खेल, जानें 4 मार्च की इतिहास में महत्वपूर्ण घटनाएं