खुशाल रावत/रामनगर:  उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत 17 जुलाई को धरने पर बैठ गये. दरअसल बाघ के हमले के बाद रामनगर के मोहान के लोगों ने नेशनल हाइवे 309 पर जाम लगा दिया. दरअसल, अल्मोड़ा से यूपी के हसनपुर जिला अमरोहा जा रहे दो बाइक सवारों पर मोहान के पास बाघ ने हमला कर दिया था. बाइक के पीछे बैठे एक युवक को जबड़ों में दबाकर बाघ जंगल की ओर ले गया. जबकि बाइक चला रहा युवक सुरक्षित है. कॉर्बेट व रामनगर वन प्रभाग, पुलिस की टीमें युवक की तलाश कर रही है, लेकिन अब तक उन्हें कोई सफलता नहीं मिली है. गांव वाले हमलावर बाघ को पकड़ने की मांग कर रहे हैं. 


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वन विभाग पर लापरवाही का आरोप
बाघ के हमले के बाद अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित गांव वाले कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और रामनगर वन प्रभाग पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. देर रात तक चले सर्च ऑपरेशन में वन विभाग और कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की टीम को कोई सफलता नहीं मिली. रविवार की सुबह फिर से सर्च ऑपरेशन चलाया गया. लेकिन लापता युवक का सिर्फ एक हाथ ही बरामद हुआ है.


बाघ के हमले से गांव में दहशत
क्षेत्र में लगातार बाघों के हमले बढ़ने से स्थानीय गांव वाले भी दहशत में हैं. इस मुद्दे को लेकर रविवार मोहान गांव के लोगों ने हाईवे पर जाम लगा दिया. जाम से दोनों ओर यातायात ठप हो गया. धरने की वजह से पर्यटकों के वाहन भी जाम में फंस गये. बताया जा रहा है कि इसी दौरान रामनगर की ओर आ रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री हरीश रावत भी जाम में फंस गये थे. उन्होंने सड़क पर बैठे ग्रामीणों की समस्याओं को सुना. रावत ने इस दौरान फ़ोन पर नैनीताल के डीएम बात कर हमलावर बाघ को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश भी दिये. लेकिन जब मौके पर कोई भी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों नहीं पहुंचा तो वह भी धरने पर बैठ गये.


अचानक बाघ ने किया था हमला
वन विभाग व कॉर्बेट प्रशासन के अनुसार ग्राम जिहल तहसील हसनपुर थाना नगली जिला अमरोहा यूपी निवासी मोहम्मद अनस पुत्र शमीम अहमद व भूरा पुत्र बाबू किसी काम से अल्मोड़ा गये थे. बताया कि दोनों शनिवार की सुबह अल्मोड़ा से घर यूपी जाने के लिए बाइक पर सवार होकर चले थे. वह मोहान से आगे बढ़े थे कि बाघ ने अंधेर में हमला कर दिया. 


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