प्रमोद कुमार/कुशीनगर: कुशीनगर जिले के एक गांव में दो महीने पहले एक लड़की के साथ हुए गैंगरेप मामले में पुलिस अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है. खुले घूम रहे आरोपी पीड़िता को सुलह करने के लिए दे रहे धमकी. पीड़िता का आरोप पुलिस शुरू से ही आरोपियों का बचाव करने में जुटी रही. आरोप है कि रेप की घटना के बाद पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही थी. हालांकि एसपी से गुहार लगाने के बाद एफआईआर दर्ज हो गई. 


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पुलिस पर अनदेखी का आरोप
मामला जटहा बाजार थाना क्षेत्र के एक गांव की है जहां बीते 28 सिंतबर को खेत की तरफ गई एक किशोरी के साथ गांव के दो युवकों ने उसे अगवाकर सामूहिक दुष्कर्म किया. जब किशोरी रोते बिलखते किशोरी घर पहुंच जब अपने साथ आपबीती बतलाई. पीड़िता की मां स्थानीय थाने तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई लेकिन पुलिस ने दुष्कर्म के गंभीर जैसे मामले को पुलिस ने दो दिनों तक दबाए रखे. पुलिस मामले को दबाने के लिए पीड़िता पर ही आरोपियों से समझौता कराने का दबाव बनाया. लेकिन जब पीड़िता नही मानी तो थाने से भगा दिया गया. पीड़िता 6 दिन तक थाने के चक्कर लगाती रही लेकिन मुकदमा दर्ज नही हुआ. 


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एसपी से लगाई न्याय की फरियाद
पीड़िता सातवें दिन बाद कुशीनगर एसपी धवल जायसवाल के पास पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई. एसपी ने मामलें की गंभीरता देखते हुए पुलिस को निर्देश देते हुए दो के खिलाफ दुष्कर्म, मारपीट,पास्को एक्ट,एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज मरते हुए पीड़िता का मेडिकल जांच के लिए भेज आगे की कार्रवाई में जुट गई. लेकिन पुलिस की जांच को दो महीने बीत जाने के बाद भी रेप के मुख्य आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं. पीड़िता की मां ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस की सुस्त कार्रवाई की वजह से अब उन्हें दुष्कर्म के आरोपियों द्वारा धमकी दी जा रही है. कुशीनगर एसपी धवल जयसवाल का कहना है कि दुष्कर्म के आरोपियों को गिरफ्तारी का निर्देश जटहा बाजार पुलिस को दिया गया है. आरोपी घर से फरार हैं. पुलिस लगातार उनकी गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है.