Sanjeev Jeeva Murder: अतीक हत्याकांड याद आया, पत्रकार बन प्रयागराज तो वकील बनकर लखनऊ कोर्ट को गोलियों से दहलाया
Lucknow News : गैंगस्टर संजीव जीवा की हत्या लखनऊ कोर्ट कैंपस में होने के बाद वकीलों मे बेहद आक्रोश देखा गया. बताया जाता है कि वकीलों की वेशभूषा में अपराधी सुबह 11 बजे ही कोर्ट परिसर में दाखिल हो गए थे और शाम चार बजे हत्याकांड को अंजाम दिया गया.
Lucknow News : लखनऊ कोर्ट कैंपस (Lucknow Civil Court) के भीतर गैंगस्टर संजीव जीवा (Gangster Sanjeev Jeeva) की हत्या ने कानून-व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. वकीलों की वेशभूषा में आए अपराधियों ने कैसे दिनदहाड़े बेखौफ कचहरी के अंदर घुसकर पुलिस सुरक्षा में अदालत में पेश होने जा रहे एक गैंगस्टर की हत्या कर दी. इस घटना ने माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल को मीडियाकर्मी की वेशभूषा में आए तीन हमलावरों ने हत्या कर दी थी. वकीलों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद कहते हुए नारेबाजी की और अपना आक्रोश जताया.
सवाल उठा है कि कैसे वकीलों के पहनावे में हथियार लेकर अपराधी अंदर घुस गए. वकीलों ने कोर्ट कचहरी के अंदर इस हत्याकांड के बाद नारेबाजी की. वकीलों का कहना है कि पुलिसवाले दिन भर मोबाइल में गेम खेलने में व्यस्त रहती है. उसे पता नहीं होता है कि कौन अंदर आ रहा है औऱ कौन बाहर जा रहा है. वकीलों ने इस घटना के बाद ही पुलिसकर्मियों द्वारा वकीलों को ही खदेड़ने की कार्रवाई पर सवाल उठाए.
सैकड़ों की तादाद में वकील वहां इकट्ठा हुए थे और उन्होंने इस शूटआउट में बच्चे और महिलाओं के घायल होने को लेकर भी चिंता व्यक्त की. वकीलों ने अपनी सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई. उनका कहना है कि राजधानी के भीतर ही जब कोर्ट कचहरी के भीतर अपराधी ऐसे असलहा लेकर मर्डर करके फरार हो जाते हैं तो दूसरे जिलों का क्या हाल होगा. उनका कहना है कि बीजेपी सरकार में चुस्त दुरुस्त कानून-व्यवस्था की बात की जाती है, तो ऐसी घटनाएं कैसे हो रही हैं.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी यूपी की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि मेरठ, नोएडा और अब लखनऊ में हुई इस घटना ने सवाल खड़े किए हैं. बीजेपी के एक सांसद ने पुलिस थाने में घुसकर पुलिसकर्मियों को पीटा था औऱ वो उल्टे हम पर सवाल उठाते हैं.
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