गाजियाबादः त्योहारी सीजन आते ही जहां एक ओर लोगों में बहुत उत्साह देखने को मिलता है. वहीं, बाजारों की रौनक भी कई गुना बढ़ जाती है. व्यापारियों को त्योहारी सीजन का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार रहता है. वहीं, कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो इस सीजन में घात लगाए बैठे रहते हैं कि कैसे जनता ज्यादा से ज्यादा ठगा जाए.


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भोली-भाली जनता जिन दुकानदारों के भरोसे त्योहार को जोरशोर से मनाने की तैयारी करती है, वो ही दुकानदार उनकी भावनाओं और सेहत से खिलवाड़ करने  में थोड़ा भी नहीं सोचते और मुनाफा कमाने के चक्कर में अपने ग्राहकों की जान जोखिम में डाल देते है.


नकली पनीर और मावा बनाने वाले फिर सक्रिय
त्योहारों के इस सीजन में एक बार फिर नकली पनीर और मावा बनाने वाले व्यवसायी फिर सक्रिय हो गए हैं. आपको बताते चलें त्योहारों पर मिठाई, पनीर और मावे की डिमांड अप्रत्याशित रूप से बढ़ जाती है. यही वजह है कि प्रदेश में मिलावट खोरों के वारे-न्यारे होते हैं. इसी तरह गाजियाबाद के आसपास के क्षेत्रों में भी मिलावट खोर सक्रिय हो जाते हैं. गाजियाबाद के फूड सेफ्टी विभाग भोजपुर ब्लॉक के नहाली ग्राम से नकली पनीर की भारी मात्रा में खेप पकड़ी है.
 
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नकली पनीर बनाने की फैक्ट्री
इस पनीर का इस्तेमाल मिठाई और खाद्य पदार्थ बनाने में किया जाना था. यहां से नौशाद नाम का व्यक्ति नकली पनीर बनाने की पूरी फैक्ट्री लगाए बैठा था. इस पनीर की सप्लाई दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद समेत आसपास के क्षेत्रों में भी की जाती थी. फूड सेफ्टी विभाग की टीम ने यहां से 8 से 10 क्विंटल नकली पनीर जब्त किया है. यह लोग सोया पाउडर और अन्य केमिकलयुक्त सामग्री से पनीर बना रहे थे.


जब्त किए गए नकली पनीर को किया नष्ट 
नकली तरीके से बनाए जा रहा है यह पनीर सेहत के लिए कितना हानिकारक हो सकता है, इसका अंदाजा भी लगाना मुश्किल है. अब फूड सेफ्टी विभाग में जब्त किए हुए पनीर के सैंपल लेकर बाकी पनीर को गड्ढा करवा कर नष्ट करवा दिया है. जब्त किए गए पनीर को जमीन में दबा दिया गया है.


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