गाजियाबाद : गाजियाबाद के एक निजी अस्‍पताल पर संगीन आरोप लगे हैं. आरोप है कि निजी अस्‍पताल में नाक का ऑपरेशन कराने आए युवक की आंख की रोशनी चली गई. परिजनों ने इसके लिए चिकित्‍सकों को जिम्‍मेदार ठहराते हुए बवाल काटा. पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है.   


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साइनस का इलाज कराने आए थे अस्‍पताल 
दरअसल, शाहदरा दिल्‍ली के रहने वाले 18 वर्षीय दीपांशू बंसल को नाक में दिक्‍कत थी. दीपांशू गाजियाबाद के वैशाली स्थित एक निजी अस्‍पताल में दिखाया. इसके बाद चिकित्‍सकों ने ऑपरेशन की सलाह दी. घर वालों का कहना है कि दीपांशू को साइनस की बीमारी थी, चिकित्‍सक मंगलवार को ऑपरेशन करने वाले थे. इसके लिए दीपांशू को सोमवार को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया. 


ऑपरेशन के बाद बायीं आंख की रोशनी गई 
घर वालों के मुताबिक, मंगलवार सुबह दीपांशू का ऑपरेशन हुआ. ऑपरेशन के बाद दीपांशू को जब बाहर ले आया गया तो उसे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. घर वालों का आरोप है कि ऑपरेशन के पहले तक सबकुछ ठीक था. ऑपरेशन होने के बाद दीपांशू के बायीं आंख की रोशनी चली गई. गुस्‍साए परिजनों ने अस्‍पताल पर जमकर हंगामा किया. आरोप है कि लापरवाही के चलते दीपांशू के आंख की रोशनी चली गई. 


कार्रवाई की मांग पर अड़े परिजन 
हंगामे की सूचना पर गाजियाबाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. परिजन अस्पताल प्रबंधन और चिकित्‍सकों पर कार्रवाई की बात पर अड़े हैं. एसपी सिटी सेकंड ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि परिजनों की तहरीर ले ली गई है और चीफ मेडिकल ऑफिसर को भेज दी गई है. 


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नेत्र विशेषज्ञों की टीम जांच में जुटी 
वहीं, अस्‍पताल प्रबंधन का कहना है कि नेत्र रोग विशेषज्ञों और ईएनटी सर्जन की एक टीम दीपांशू की देखभाल कर रही है. अस्‍पताल प्रबंधन का कहना है कि प्रारंभिक जांचों से ऐसा प्रतीत होता है कि रोगी को फैस सर्जरी के बाद ऑप्टिक तंत्रिका से जुड़ी एक दुर्लभ स्थिति का सामना करना पड़ा है. विशेषज्ञों की टीम इस मामले का और मूल्यांकन कर रही है.


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