गोंडा में नवजात बच्चे को जानवरों द्वारा कुतरे जाने का मामला गलत, डिप्टी सीएम ने बताया क्या हुआ था
Fact Check Gonda Newborn Eaten by Dogs: एक खबर आई थी कि गोंडा के सीएचसी में जन्मे नवजात को जानवरों ने अपना निवाला बना लिया. इस मामले से इनकार करते हुए राज्य सरकार ने इसे सरकार की छवि को धूमिल करने की कोशिश बताया है....
अंबिकेश्वर पांडेय/गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा में नवजात के शव को कुत्तों द्वारा खाने का मामला सामने आया था. इसको लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जांच के आदेश भी दिए थे. जांच में पता चला है कि अस्पताल में नवजात को जानवर द्वारा कुतरे जाने का मामला गलत है. उप मुख्यमंत्री का कहना है कि यह आरोप सरकार को बदनाम करने की साजिश के तहत लगाए जा रहे हैं.
जांच समिति ने मामले को गलत करार दिया
गोंडा के एक सरकारी अस्पताल में जन्मे नवजात शिशु को किसी जानवर द्वारा निवाला बनाए जाने के मामले से इनकार करते हुए राज्य सरकार ने इसे सरकार की छवि को धूमिल करने की कोशिश बताया है. वहीं, जिलाधिकारी ने जो जांच समिति गठित की थी, उसकी जांच में भी यह सामने आया है कि मामला गलत है. फिलहाल, प्रसूता के भाई की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.
सरकार की छवि धूमिल करने की कोशिश: उप मुख्यमंत्री
उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने रविवार देर रात ट्वीट कर लिखा था, "गोंडा के सीएचसी मुजेहना में नवजात की संदिग्ध मौत से जुड़े मामले में मेरे निर्देश पर सीएमओ गोंडा द्वारा की गई जांच में सभी आरोप झूठे एवं बेबुनियाद पाए गए हैं. यह मामला निश्चित तौर पर विभाग व सरकार की छवि को धूमिल करने की मंशा से प्रेरित प्रयास प्रतीत होता है, जिसकी मैं भर्त्सना करता हूं."
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समाजवादी पार्टी ने सरकार पर साधा निशाना
सोमवार को समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से उप-मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, "सपा को कोसने से फुर्सत मिल गई हो तो यह बताओ कि गोंडा में जो दर्दनाक घटना हुई है, उसके पीड़ितों को न्याय और सहायता कब मिलेगी? लखनऊ में बैठकर बोल वचन भाषणबाजी और मौखिक दिशा-निर्देश जारी करने से कुछ नहीं होता. सपा ने मदद की, सरकार कब करेगी?" सपा ने एक अन्य ट्वीट में सरकार से पीड़ित परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग करते हुए दावा किया है कि अखिलेश यादव (सपा प्रमुख) ने पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद की है.
परिवार का आरोप, रात में बच्चे को कुत्तों ने मारा
दरअसल, खबर यह सामने आई थी कि गोंडा के धानेपुर थाना क्षेत्र के बछईपुर गांव के रहने वाले सिराज अहमद की पत्नी सायरा बानो को प्रसव पीड़ा के कारण शनिवार देर रात सीएचसी में एडमिट कराया गया. महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया, जिसकी सांसें न के बराबर चल रही थीं. इस बीच, ड्यूटी पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने नवजात को ऑक्सीजन पर रखने की बात कहते हुए दूसरे वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया और परिजनों को वहां से बाहर निकाल दिया. परिजनों के मुताबिक, रविवार सुबह स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें बताया कि नवजात की मौत हो गई है.
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महिला के भाई ने दर्ज कराया था केस
परिजनों ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने शिशु को देखा, तब पता चला कि उसे किसी जानवर ने अपना निवाला बना लिया था. उन्होंने तत्काल घटना के बारे में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी दी और स्थानीय पुलिस को सूचित किया. प्रभारी निरीक्षक संजय गुप्ता ने रविवार को बताया कि महिला के भाई हारून ने नाइट ड्यूटी पर तैनात अस्पताल कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. मामला स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंचा तो उन्होंने तत्काल जांच के निर्देश दिए. जांच में यह मामला गलत पाया गया है.
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