शहीद अजय प्रताप सिंह को दी गई नम आंखों से अंतिम विदाई,50 लाख की आर्थिक मदद व सरकारी नौकरी मिलेगी
Gonda News : आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हुए जवान अजय प्रताप सिंह का पार्थिव शरीर देर रात उनके गांव लाया गया. जहां पर गांव वालों की आंखें नम हो गई और रविवार सुबह हजारों की संख्या में लोगों ने नम आंखों के साथ व सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उनको अंतिम विदाई दी.
गोंडा : करनैलगंज थाना क्षेत्र के गद्दोपुर छिटवापुर गांव के रहने वाले जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में सीआरपीएफ पोस्ट पर तैनात अजय प्रताप सिंह आतंकियों से लड़ते हुए कल शहीद हो गए हैं. सीआरपीएफ जवान अजय प्रताप सिंह के बलिदान की खबर मिलते ही गांव में मातम पसर गया और गांव के लोग रोने लगे. आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हुए जवान अजय प्रताप सिंह का पार्थिव शरीर देर रात उनके गांव लाया गया. जहां पर गांव वालों की आंखें नम हो गई और रविवार सुबह हजारों की संख्या में लोगों ने नम आंखों के साथ व सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उनको अंतिम विदाई दी. बलिदानी अजय प्रताप सिंह अपने मां को दिन में 2-3 बार रोज फोन किया करते थे और उनका हालचाल लिया करते थे.
शहीद अजय प्रताप सिंह 3 जुड़वा भाई थे और तीनो भाई सेना में तैनात है. वहीं पूरे मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 50 लाख रुपए आर्थिक सहायता के साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और उनके नाम से गोंडा में एक सड़क बनवाने की घोषणा की है. वहीं घर पर पहुंचे बीजेपी विधायक बावन सिंह ने श्रद्धांजलि दी और पीड़ित परिजनों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया.
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अजय प्रताप सिंह CRPF की 117 बटालियन में तैनात थे. शहीद अजय की दो बेटियां बड़ी बेटी अदिति सिंह 3 साल की छोटी आकृति सिंह 8 माह की है. गोंडा जिले के कर्नलगंज तहसील के गांव छीटवापुर निवासी कर्नलगंज के पूर्व विधायक स्वर्गीय भगेलू सिंह के पौत्र अजय प्रताप सिंह जम्मू के श्रीनगर में सीआरपीएफ पोस्ट पर तैनात थे. अजय सीआरपीएफ में तो दो भाई भारतीय सेना में तैनात हैं. बड़े भाई अखिलेश प्रताप सिंह जम्मू कश्मीर में सेना में तैनात हैं. वही दूसरे नंबर पर अजय प्रताप सिंह सीआरपीएफ पोस्ट श्रीनगर में तैनात थे. सबसे छोटा भाई अखिलेंद्र प्रताप सिंह भी आर्मी में है.
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