लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जल्द ही खटारा बसों से छुटकारा मिलने जा रहा है. इसके लिए प्रमुख सचिव परिवहन वेंकटेश्वरलू की तरफ से एक आदेश भी जारी कर दिया गया है. प्रमुख सचिव की तरफ से सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जल्दी अब खटारा बसों को परिवहन में नहीं चलाया जाएगा, उसकी जगह नई बसें चलाई जाएंगी. बता दें, इसके पहले परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने दावा किया था कि जल्द ही हम भारी संख्या में बसें खरीदेंगे और परिवहन विभाग के बसों को अच्छी तरीके से चलाया जाएगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रमुख सचिव परिवहन के मुताबिक अब सिर्फ 25% बस सेवाएं निगम की होंगी बाकी 75% बस सेवाएं अनुबंधित बसों की होंगी. बता दें वर्तमान में यूपी परिवहन निगम के बेड़े में लगभग 75 बसें अपनी और 25 फीसदी अनुबंधित बसें हैं. इसे जल्द से जल्द परिवर्तित करके 25% निगम की बसें तथा अनुबंधित वाली 75% अनुबंध के आधार पर चलाएं.  बस स्टेशन में बैठने की सुविधा, शौचालय, परिसर की साफ-सफाई, पीने का पानी, बिजली एवं पंखा आदि की समुचित व्यवस्था की जाए. 


इसके अलावा प्रमुख सचिव परिवहन ने निर्देश दिए कि बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों को सुखद अनुभव एवं साफ-सफाई अच्छी की जाए. बस स्टेशन में बैठने की सुविधा, शौचालय, परिसर की साफ-सफाई, पीने का पानी, बिजली एवं पंखा आदि की समुचित व्यवस्था हो. बसों को संचालित करने वाले और कंडक्टर यूनिफॉर्म में हों और यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार करें. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा निष्प्रयोज्य की जाने वाली बसों को बस बेड़े से हटाते हुए अनुबंध सेवा की अच्छी स्थिति वाली ज्यादा से ज्यादा मात्रा में गाड़ियों को प्राप्त कर ग्रामीण एवं दुर्गम क्षेत्रों के लिए उपयुक्त सुविधा प्रदान की जाए.


अनुबंधित बसें के साथ ऐसी व्यवस्था निर्धारित की जाए सप्ताह में 4 दिन लाभदायक मार्गों पर एवं 2 दिन दूरदराज वाले कम कमाई वाले मार्गों पर चलाएं. साथ ही 1 दिन का आराम दिया जाए. परिवहन निगम की शादी की सुधारें भविष्य की कार्य योजना इन सब बातों को लागू कर जल्द से जल्द सीएम योगी के समक्ष प्रस्तुतीकरण कराया जाए.