गोरखपुर में 100 एकड़ में बनेगी रीजनल फिल्म सिटी, भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को लगेंगे पंख
Gorakhpur Regional Film City: गोरखपुर में रीजनल फिल्म सिटी बनान की प्रक्रिया शुरू हो गई है. जीडीए ने गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर जगह भी चिन्हित कर ली है. नदौर में प्रशासन से इसके लिए 100 एकड़ जमीन मांगी है.
विनय सिंह/गोरखपुर: पूर्वांचल के उन युवाओं के लिए खुशखबरी है, जो फिल्मों में करियर बनाने का सपना देख रहे हैं, अब ऐसे युवाओं को बाहर नहीं जाना पड़ेगा. हैदराबाद में रामोजी फिल्म सिटी की तर्ज पर गोरखपुर में प्रदेश की पहली रीजनल फिल्म सिटी के बनाने के लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जीडीए ने गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर जगह भी चिन्हित कर ली है. नदौर में प्रशासन से इसके लिए 100 एकड़ जमीन मांगी है. प्रशासन के मुहर लगाते ही कार्य शुरू हो जाएगा.
गोरखपुर में रीजनल फिल्म सिटी नाम से इस प्रोजेक्ट में 100 करोड़ के निवेश के प्रस्ताव भी मिले हैं. जीडीए वीसी महेंद्र सिंह तंवर ने कहा कि ताल नदौर की करीब 500 एकड़ सरकारी जमीन हैं, जिसमें से 100 एकड़ फिल्म सिटी के लिए मांगी गई है. जीडीए की टीम ने मुंबई से आए फिल्म उद्योग के अधिकारियों संग नदौर ताल का निरीक्षण किया. गोरखपुर एवं कुशीनगर हवाई सुविधा होने से कनेक्टिविटी काफी बेहतर है. सड़क एवं रेलमार्ग से भी गोरखपुर के जुड़े होने एवं अच्छे होटल के कारण भी यहां काफी संभावनाएं हैं.
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गोरखपुर सांसद और फिल्म स्टार रवि किशन शुक्ला ने कहा कि भोजपुरी भाषा और संस्कृति के प्रचार एवं संरक्षण के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. फिल्म सिटी का निर्माण से हजारों लोगों का रोजगार सृजन होगा. नोएडा में प्रस्तावित फिल्म सिटी के बाद गोरखपुर में रीजनल फिल्म सिटी खुलने से रीजन सिनेमा को काफी आगे ले जाया जा सकेगा. जल्द ही इसकी विस्तृत कार्य योजना तैयार की जाएगी.
उन्होंने कहा कि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री 2000 करोड़ रुपये से ऊपर का उद्योग है. भोजपुरी के साथ ही प्रदेश में अवध, बुंदेलखंडी, बृज व अन्य क्षेत्रीय सिनेमा का उभार भी दिख रहा है. गोरखपुर में रीजनल फिल्म सिटी की स्थापना से इन संभावनाओं को बल मिलेगा. बॉलीवुड के साथ साउथ इंडस्ट्री को भी गोरखपुर में शूटिंग चल रही हैं. क्योंकि यहां फिल्म बनाने में कम लागत लग रही है.
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शूटिंग के लिए स्थान अधिक मिलेंगे. इंडोर शूटिंग की सुविधा मिलेंगी, जरूरत के मुताबिक सेट बनाए जा सकेंगे. शूटिंग के लिए सभी जरूरी उपकरण एवं संशाधन एक छत के नीचे उपलब्ध होंगे. पोस्ट प्रोडक्शन, साउंड एवं वीडियो एडिटिंग लैब का निर्माण किया जाएगा. फिल्में शूट करने के बाद पोस्ट प्रोडक्शन के लिए मुम्बई नहीं जाना पड़ेगा. OTT प्लेटफार्म के साथ MoU कर संसाधन जुटाएंगे.
रीजनल फिल्म सिटी को स्थापित करने के लिए जीडीए बड़े ओटीटी प्लेटफार्म के साथ समझौता करेगा. ताकि वे अपनी फिल्मों की सीरीज यहीं शूट करे.उनका प्रोडक्शन वर्क यहीं हो. इससे दूसरे निदेशकों को भी लाभ मिलेगा. फिल्म निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 90 प्रतिशत ऐसे लोग होते हैं, जो पर्दे के पीछ पोस्ट प्रोडक्शन से जुड़े होते हैं. गोरखपुर एवं आसपास के क्षेत्रों से आने वाले ये लोग विभिन्न फिल्म इंडस्ट्री में सेवा दे रहे हैं. अब उन्हें घर के पास ही रोजगार मिलेगा, रीजनल फिल्म सिटी से उनकी घर वापसी की राह खुलेगी.
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