गाजीपुर: केंद्र की मोदी सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है. इसके लिए उत्तर प्रदेश समेत देश के विभिन्न हिस्सों में सड़कों और एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है. इसी के तहत उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिले गाजीपुर से बलिया तक ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway) की सौगात मिली है. इस एक्सप्रेसवे के जरिए यूपी की बिहार से कनेक्टिविटी और बेहतर हो जाएगी. साथ ही रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे.


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ईपीसी मॉडल पर बनाया जा रहा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे
खास बात ये है कि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन मॉडल (Engineering Procurement and Construction Model) पर बनाया जाएगा. इसे ईपीसी भी कहा जाता है. हालांकि, इसके निर्माण का पूरा खर्चा सरकार उठाएगी. वहीं, जल्द ही जमीन के अधिग्रहण के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.


जानकारी के मुताबिक, जल्द ही भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू हो जाएगी. आपको बता दें कि यह एक्सप्रेसवे गाजीपुर के जंगीपुर से बलिया के मांझी घाट को जोड़ेगा. बता दें कि इसको लेकर गाजीपुर जिला प्रशासन ने गजट भी कर दिया है. 


क्या है ईपीसी का मतलब?
इन सब के बीच आप भी सोच रहे होंगे कि यह एक्सप्रेसवे ईपीसी मॉडल (EPC Model) पर  बन तो रहा है, लेकिन ईपीसी का आखिर है क्या. दरअसल, ईपीसी के तहत बनने वाले प्रोजेक्ट्स में सरकार की प्राथमिकता वाले प्रोजेक्ट को शामिल किया जाता है. फिलहाल, इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है. 


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जंगीपुर से बलिया के मांझी घाट को जोड़ेगा एक्सप्रेसवे 
आपको बता दें कि भारत सरकार के सड़क व भूतल परिवहन मंत्रालय की कमेटी ने वाराणसी-गाजीपुर के जंगीपुर विधानसभा से होकर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बलिया के मांझी घाट को जोड़ेगा. वहीं, ये एक्सप्रेसवे गाजीपुर की सीमा, भरौली-बक्सर को जोड़ने वाला एक्सप्रेसवे होगा. सरकार ने इसे ईपीसी माडल से बनाने की मंजूरी दे दी है. हालांकि, इस एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य तेजी से होगा. ये प्रोजेक्ट सरकार की प्राथमिकता में शामिल होते हैं.


आपको बता दें कि ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे कि अनुमानित
लागत 3200 करोड़ रुपये है. वहीं, इसके निर्माण के लिए समय भी निर्धारित किया गया है. इस एक्सप्रेसवे को लगभग दो साल में पूरा करना होगा. इसके लिए टेंडरिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है. साथ ही टेंडर भी आमंत्रित किए गए हैं. दरअसल, ये एक्सप्रेसवे तीन फेज में बनेगा. वहीं, चौथे फेज में 17 किमी मोहम्मदाबाद विधानसभा से बक्सर को जोड़ा जाएगा.


बलिया सांसद ने दी जानकारी
इस मामले में बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने बताया कि एक्सप्रेसवे के निर्माण के इसलिए सोमवार को निविदा आमंत्रित कर दी गई है. ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे कुल चार पैकेजों में 3200 करोड़ की लागत से बनेगा. इसके अलावा 1100 करोड़ की लागत से मांझी घाट पर पुल निर्माण भी कराया जाएगा.


वहीं, इस एक्सप्रेसवे का चौथा पैकेज 17 किलोमीटर का है, जो गाजीपुर की मोहम्मदाबाद विधानसभा के बीच से गुजरते हुए बक्सर को जोड़ेगा. वहीं, बलिया से भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने इसे गाजीपुर और बलिया के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है. इस एक्सप्रेसवे की सौगात देने के लिए बलिया सांसद ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया है.


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किसानों से भूमि की खरीद जल्द होगी शुरू
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे में आ रही किसानों की भूमि खरीद जल्द शुरू होगी. इसमें बलिया सदर और बैरिया तहसील के 98 गांव के किसानों की लगभग 460 हेक्टेयर भूमि आ रही है. जिसकी खरीद की जानी है. वहीं, गाजीपुर के जंगीपुर समेत कई इलाकों में भूमि का अधिग्रहण किया जाना है. किसानों में भूमि के एवज में मिलने वाले मुआवजे को लेकर फिलहाल उहापोह की स्थिति है. भूमि के दरों को लेकर बलिया कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक होनी थी, लेकिन अपरिहार्य कारणों से नहीं हो सकी.


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