हरदोई: हमारी रक्षा में तत्पर देश के सिपाही आए दिन अपनी जान गवा देते हैं. इसी राह पर चल रहा हरदोई का लाल सत्यम कुमार पाठक लद्दाख की बर्फीली चट्टानों में देश की शहादत में शहीद हो गया. हादसे की सूचना मिलने के बाद से ही परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. शहीद के शव को आज हरदोई लाया जा रहा है. यहां मेहंदीघाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार  किया जाएगा. कल से ही उनके घर पर लोगों का तांता लगा हुआ है.


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जानकारी के मुताबिक, हवलदार सत्यम की लद्दाख में ड्यूटी के दौरान करीब 15 हजार फीट ऊंची बर्फीली चोटी पर आक्सीजन की कमी होने के चलते हृदयगति रुक गई, जिसके चलते उनकी मौके पर ही मौत हो गई. 


बचपन से ही रहा देश के प्रति लगाव 
बिलग्राम के बेहटी खुर्द के रहने वाले शहीद सत्यम कुमार पाठक के पिता बाबूराम पाठक एडीओ पंचायत के पद से रिटायर्ड हैं. उनके पिता ने बताया कि सत्यम को अपने देश के प्रति काफी लगाव था. वो बचपन से ही देश भक्ति गाने सुना करते थे और फिल्में देखा करते थे. 


योगी सरकार देगी परिवार को आर्थिक मदद
योगी सरकार ने शहीद के परिवार को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.  इसके साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक सड़क का नाम शहीद के नाम पर करने की घोषणा की है. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट साझा की है. 


दुर्घटना में पहले ही खो दिया था एक बेटा 
मां-बाप के लिए इससे ज्यादा दुख की बात और क्या होगी कि उन्होंने अपना एक बेटा पहले खो दिया और अब दूसरा बेटा भी खो दिया. बाबूराम पाठक के एक बेटे संजय पाठक की भी एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी. संजय एक टीचर थे और अब सत्यम भी शहीद हो गए. 


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