सत्यप्रकाश/अयोध्या :  23 अप्रैल को राम जन्मभूमि अयोध्या में एक बड़ा आयोजन होने जा रहा है. इसमें 155 देशों और सात महाद्वीपों की नदियों और समुद्रों के जल से भगवान रामलला का जलाभिषेक किया जाएगा. इस दौरान देश समेत विदेश के भी कई बड़ी हस्तियां राम नगरी में उपस्थित रहेंगी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भारत सरकार के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह होंगे. उनके साथ योग गुरु ऋषि स्वामी रामदेव के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आमंत्रित किया गया है. विश्व के 20 से अधिक देशों के प्रवासी भारतीय नेता समेत राजनायिक उपस्थित रहेंगे. कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली स्टडी ग्रुप के द्वारा किया जाएगा .


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रूस और यूक्रेन से भी आएगा जल
155 देशों में प्रमुख रूप से मॉरीशस, फिजी, आईलैंड, चीन, यूक्रेन, रूस और पाकिस्तान से जल लाया गया है. जल को अर्पण करने के लिए 20 से अधिक देशों के मित्र सहयोगी और राजदूत अयोध्या आएंगे और निर्माणाधीन रामलला के परिसर के चारों तरफ 155 देश के लाए गए जल को समर्पित करेंगे 155 देशों से एकत्रित किए गए जल पर एक फिल्म भी बनाई गई है जो 23 अप्रैल को प्रदर्शित की जाएगी. हर देश से लाए गए जल को एक तांबे के लोटे में सील पैक किया गया है. इतना ही नहीं 23 अप्रैल को अयोध्या में मणिराम दास छावनी में भव्य आयोजन किया जाएगा वैदिक ब्राह्मणों की मौजूदगी में पूजन अर्चन का भी आयोजन होगा, जिसमें देश के कई बड़े महान संत समाज के लोग भी शिरकत करेंगे.
दिल्ली स्टडी ग्रुप ने किया आयोजन
दिल्ली स्टडी ग्रुप के अध्यक्ष और पूर्व दिल्ली के विधायक डॉ विजय जौली ने बताया कि वर्ष 2020 के अगस्त में इस बात का प्रण लिया था कि विश्व भर के नदियों और समुद्रों का जल हम भारत में एकत्रित करेंगे और उस जल से राम मंदिर प्रभु श्री राम के राज्याभिषेक संपन्न करेंगे. कोरोना काल के समय जब व्यक्ति एक देश से दूसरे देश जा भी नहीं सकता था अनेक कठिनाइयों को प्रभु राम की कृपा से प्राप्त करते हुए हमने विश्व के 155 देशों का भारत में एकत्रित किया है. इसके ऊपर एक वीडियो फिल्म भी 23 अप्रैल के कार्यक्रम में हम प्रदर्शित भी करेंगे. 


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प्रत्येक देश के जल को तांबे के लोटे में सील पैक करके रखा गया है, जिसको हरिद्वार की हरकी पैड़ी पर पैक करवाया गया है. प्रत्येक लोटे पर उस देश का नाम और झंडे का स्टीकर भी लगा है. भगवा रंग से हर एक लोटे को सजाया गया है क्योंकि यह हमारी आस्था का विषय है. एक बड़े लोटे के अंदर सभी देशों के जल को एकत्रित किया गया है जो एकदम पावन और पवित्र है.


बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम के लिए कई देशों के राजदूतों ने आने की सहमति दी है. इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक दिनेश चंद्रा संघ प्रचारक रामलाल और इंद्रेश, महामंडलेश्वर अतिंद्रनंद गिरि जी महाराज, डॉ लोकेश मुनि के साथ अनेक संत इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे. 


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