सत्यप्रकाश/अयोध्या:भवन निर्माण समिति की पहले दिन की बैठक गुरुवार को संपन्न हो गई. भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में चल रही बैठक के पहले दिन राम मंदिर से जुड़े हुए सभी निर्माण कार्य का बारीकी से निरीक्षण किया गया. इसके साथ ही चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा ने मूर्ति का स्थलीय निरीक्षण भी किया है. रामलला के मंदिर के दरवाजे का फ्रेम तमिलनाडु के कन्याकुमारी से आए कारीगर तैयार करेंगे. मंदिर के दरवाजे के निर्माण और नक्काशी की जिम्मेदारी हैदराबाद की कंपनी अनुराधा टिम्बर को सौंपी गई है. पहले दिन की बैठक में लगभग 3 घंटे तक राम जन्मभूमि परिसर के अलावा रामलला की मूर्ति और भगवान रामलला के मंदिर के लिए बनाए जा रहे हैं लकड़ी के दरवाजे का निरीक्षण किया गया है. भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि दिसंबर 2023 तक भूतल निर्माण कार्य पूर्ण हो सकेगा इसका प्रयास है.


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राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि दिसंबर तक मंदिर में फर्निशिंग टच के लिए क्या काम होने हैं इस पर भी बैठक में चर्चा हुई है. रामलला के भव्य मंदिर की छत निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है.  फ्लोर निर्माण को लेकर मंदिर के खंभों में मूर्तियों को उकेरने(कार्बिंग)करने का काम शुरू किया गया है. बैठक में अक्टूबर-नवंबर तक मंदिर के खंभों में कितनी आकृतियां उकेर दी जाएगी.


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इसके साथ ही भगवान रामलला के मंदिर में लगाए जाने वाले महाराष्ट्रीयन लकड़ी के दरवाजों के कारीगर आ चुके हैं जो फ्रेम का निर्माण करेंगे उस स्थल पर भी गए. राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि रामलला के मंदिर निर्माण में 2 वर्षों बाद यह सामने आएगा कि पूरे देश के सभी राज्यों का किसी न किसी रूप में मंदिर निर्माण में योगदान रहा है.


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