लखनऊ: बढ़ती शीतलहर और कोहरे को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे ( North Eastern Railways) ने तैयारी कर ली है. इस बार रेलवे के तैयारियों के हिसाब से कोहरे के दौरान ट्रेनों के आवाजाही पर कोई परेशानी नहीं होगी. रेलवे ने सर्दियों में धुंध की वजह से होने वाले रेल हादसों से बचने के लिए ट्रेनों को एडवांस एंटी फॉग डिवाइस (Anti Fog Device) से लैस कर दिया है. इससे ड्राइवरों को सिग्नल और क्रॉसिंग की पूरी जानकारी आसानी से मिलती रहेगी. 


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जीपीएस से जुड़ी है यह डिवाइस 
पूर्वोत्तर रेलवे के 634 रेल चालकों को ये डिवाइस दे दिया गया है. दरअसल, से यह डिवाइस जीपीएस (GPS) से जुड़ा हुआ है. यानी इसके जरिए ट्रेनों के समय संचालन को पटरी पर लाने में काफी मदद मिलेगी. डिवाइस के मदद से ट्रेन ड्राइवरों को कोहरे में भी क्रॉसिंग के वक्त जानकारी मिलती रहेगी. समय के साथ हर चीजों में लोग एडवांस हो रहे हैं इसी कड़ी में रेलवे ने भी कोहरो में ट्रेनों की रफ्तार पर कोई असर नहीं पड़े इसके लिए ये डिवाइस की मदद ले रही है. 


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डिवाइस ऐसे करती है काम
डिवाइस में यह फीड कर दिया जाता है कि कितनी दूरी पर कौन सी क्रॉसिंग और सिग्नल आने वाली है.  क्रॉसिंग या सिग्नल से करीब पांच सौ मीटर पहले ये डिवाइस लोको पायलट को सतर्क कर देगी.  ऐसे में ड्राइवर के ध्यान नहीं कम होने पर वो सावधान हो जाएगा. रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि चालक इंजन में इसको लगाकर सुरक्षित ट्रेनों का संचालन कर पाएगा.


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बता दें, ट्रेनों के इंजन में लगने वाली फॉग सेफ्टी डिवाइस ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम पर आधारित होती है. इस डिवाइस की मदद से रूट की मैपिंग की जाती है. डिवाइड में सभी रूट के हर सिग्नलों की जानकारी होती है. इससे सिग्नल के एक किलोमीटर पहले ही डिवाइस का अलार्म बजने लगता है और लोको पायलट सतर्क हो जाते हैं.


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