विकास दुबे के बिकरू कांड से चर्चा में आए IPS अनंत देव को क्लीनचिट, 8 पुलिसकर्मी हुए थे शहीद
Kanpur Bikru Kand : 2 जुलाई 2020 की रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में पुलिस कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई थी. इस दौरान पहले से घात लगाए बैठे विकास दुबे गैंग के सदस्यों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया था. इसमें एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे.
Kanpur Bikru Kand : कानपुर के बिकरू कांड में आईपीएस अनंत देव तिवारी को बड़ी राहत मिली है. आईपीएस अनंत देव तिवारी को विभागीय जांच में क्लीनचिट दे दी गई है. बता दें कि बिकरू कांड के दौरान आईपीएस अनंत देव कानपुर के एसएसपी थे. बता दें कि 2 जुलाई 2020 की रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में पुलिस कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई थी. इस दौरान पहले से घात लगाए बैठे विकास दुबे गैंग के सदस्यों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया था. इसमें एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे.
एसआईटी कर रही थी पूरे मामले की जांच
पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी (SIT) का गठन किया गया था. जांच के बाद कानपुर नगर में तैनात तत्कालीन एसएसपी अनंत देव तिवारी को निलंबित कर दिया गया था. दो साल बाद ही उनकी बहाली हो गई. उनको डीआईजी एसटीएफ के पद पर तैनाती मिली थी.
इसी साल रिटायर होंगे अनंत देव
वहीं, अनंत देव तिवारी के निलंबन के बाद इस मामले की जांच आईपीएस अफसर नीलाब्जा चौधरी को सौंपी गई थी. अब विभागीय जांच में आईपीएस अनंत देव तिवारी को पूरे मामले में क्लीनचिट मिल गई है. बता दें कि अनंत देव सिंह इसी साल रिटायर भी होने वाले हैं. बता दें कि अनंत देव तिवारी पर आरोप था कि विकास दुबे पुलिस और प्रशासन से मिलीभगत कर अपना साम्राज्य बढ़ा लिया था. साथ ही अनंत देव पर विकास दुबे पर मेहरबान होने का आरोप भी था. यह भी आरोप था कि एसएसपी रहते अनंत देव की अनदेखी के चलते ही विकास दुबे अपराध की दुनिया में आगे बढ़ता चला गया था.
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