राजकुमार दीक्षित/सीतापुर: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पीटीसी में तैनात आईपीएस अधिकारी शफीक अहमद सहित एडीजी जकी अहमद पर कर्मचारियों ने गंभीर आरोप लगाया है. कर्मचारियों ने आईपीएस शफीक अहमद पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं प्रताड़ित कर्मचारियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से भी न्याय की गुहार लगाई है. एडीजी जकी अहमद पर संरक्षण देने का आरोप लगा है.


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'हिंदू कर्मचारियों से जबरन बनवाया जाता है मीट'
निलंबित कर्मचारियों का आरोप है कि आईपीएस शफीक अहमद पिछले 6 सालों से लगातार पीटीसी में तैनात हैं, जिनके द्वारा हिंदू कर्मचारियों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है. निलंबित सिपाहियों का कहना है कि आईपीएस सफीक अहमद के द्वारा हिंदू कर्मचारियों से जबरन मीट बनवाया जाता है, ना बनाने वाले कर्मचारियों का निलंबन कर उत्पीड़न किया जाता है.


पहले से ही जांच के घेरे में हैं जकी अहमद
निलंबित कर्मचारियों का यहां तक आरोप है कि एडीजी जकी अहमद की पोस्टिंग होने के बाद इन मुस्लिम अधिकारियों को पूरा संरक्षण प्राप्त हो गया है.जिसके बाद पीटीसी के अंदर जात पात का भेदभाव किया जा रहा है. बता दें कि कानपुर में एडीजी जकी अहमद की तैनाती के दौरान 53 हिंदू कर्मचारियों ने भी गंभीर आरोप लगाए थे,जिसके बाद पीएमओ से एडीजी जकी अहमद की जांच कराई जा रही है. कर्मचारियों के आरोप इतने गंभीर हैं इसके बावजूद इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. 


क्या बोले जकी अहमद ? 
वही, जब इस मामले पर एडीजी पीटीसी जकी अहमद से बात की गई तो उन्होंने कैमरे के सामने बोलने से इंकार कर दिया और आफ द कैमरा बताया कि सारे आरोप निराधार हैं मेरे पास अभी तक किसी भी मामले का कोई भी स्पष्टीकरण नहीं मांगा गया है.


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