यात्रीगण ध्यान दें, किस्तों में किराया दे कर सकेंगे प्रमुख तीर्थस्थलों की यात्रा, जानिए क्या है IRCTC प्लान
IRCTC:: योजना के तहत सात ज्योतिर्लिंग समेत अन्य पर्यटक स्थालों की यात्रा शुरुआत करने जा रहा है. जिसका किराया 6 महीने से एक वर्ष तक मासिक किस्त में दिया जा सकेगा. इसके लिए यात्रियों कों बैंक से टूरिज्म क्रेडिट कार्ड लेना होगा. इस योजना के बाद पर्यटकों की संख्या का भी इज़ाफा होगा. साथ ही यात्रा करने वाले पर्यटकों को भी सहूलियत होंगी. इसके लिए IRCTC ने कई बैंकों के साथ इस योजना को लागू करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है.
गोरखपुर: इंडियन रेलवे कैटरिंग टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर तीर्थ स्थान के लिए स्पेशल ट्रेन चलाता है. जिसका किराया एडवांस में लिया जाता है, लेकिन इस बार किस्तों में किराया का भुगतान करने की सुविधा दी जा रही है. जी हां, रेल प्रशासन जल्द किस्तों में किराया लेकर तीर्थ यात्रा करने की सुविधा उपलब्ध कराने जा रहा है.
जानिए क्या है योजना
योजना के तहत सात ज्योतिर्लिंग समेत अन्य पर्यटक स्थलों की यात्रा शुरुआत करने जा रहा है. जिसका किराया 6 महीने से एक वर्ष तक मासिक किस्त में दिया जा सकेगा. इसके लिए यात्रियों कों बैंक से टूरिज्म क्रेडिट कार्ड लेना होगा. इस योजना के बाद पर्यटकों की संख्या का भी इज़ाफा होगा. साथ ही यात्रा करने वाले पर्यटकों को भी सहूलियत होंगी. इसके लिए IRCTC ने कई बैंकों के साथ इस योजना को लागू करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है.
श्रमिक परिवार तीर्थयात्रा योजना से भी जोड़ने की तैयारी
सभी तीर्थ यात्री टूरिज्म कार्ड के जरिये ही किराये का भुगतान करेंगे. वहीं इसके तहत बैंक को ईएमआइ पर हर माह किराये का भुगतान करना होगा. ईएमआइ के जरिये किस्त बनाने का जोखिम बैंक ही उठाएंगे. IRCTC और बैंकों के बीच डेबिट और क्रेडिट कार्ड जैसे टूरिज्म कार्ड को राज्य सरकार की श्रमिक परिवार तीर्थयात्रा योजना से भी जोड़ने के लिए तैयारी चल रही है. इससे आमजन को राज्य सरकार की श्रमिक परिवार तीर्थयात्रा में मिलने वाली सहायता राशि का भी लाभ मिल सकेगा.
स्वदेश दर्शन यात्रा ट्रेन चलाने की योजना तैयार
तीर्थ स्थलों के लिए रेल मंत्रालय द्वारा मिलने वाली रियायत बंद होने के बाद भारत दर्शन यात्रा ट्रेनों का संचालन ठप हो गया है. आइआरसीटीसी द्वारा उस स्थान पर स्वदेश दर्शन यात्रा ट्रेन चलाने की योजना तैयार की है. जिसमें काशी, मथुरा, अयोध्या, चित्रकूट समेत अन्य तीर्थ स्थलों के यात्रा की योजना बनाई है, लेकिन किराया अधिक होने के चलते टिकटों की बुकिंग नहीं हो पा रही. गोरखपुर से 28 अप्रैल को पहली स्वदेश दर्शन यात्रा ट्रेन चलाने की घोषणा हुई थी, किराया दोगुना से अधिक किराया होने के चलते सिर्फ 17 प्रतिशत टिकट ही बिके थे.
टूरिज्म क्रेडिट कार्ड जारी कराने के लिए IRCTC बैंकों से कर रहा बातचीत
भारत दर्शन यात्रा ट्रेनों की शयनयान श्रेणी का प्रति व्यक्ति 945 की जगह स्वदेश दर्शन यात्रा ट्रेनों का किराया बढ़कर 1858 रुपये हो गया है. ऐसे में आइआरसीटीसी को ट्रेन निरस्त करना पड़ा. स्वदेश दर्शन यात्रा ट्रेन चलाना आइआरसीटीसी के लिए चुनौती बन गई है. इसीलिए तीर्थयात्रियों की सहूलियत के लिए योजना बनाई जा रही है. बैंकों से डेबिट और क्रेडिट कार्ड जैसे टूरिज्म क्रेडिट कार्ड जारी कराने के लिए बैंकों से बातचीत चल रही है, जिसके बाद यात्रियों को किस्त पर भुगतान करने की सुविधा मिल सकेगी.
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