श्याम तिवारी/कानपुर: सपा विधायक इरफान सोलंकी के फर्जी आधार कार्ड बनाए जाने के मामले में इरफान के वकील ने पुलिस पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. इरफान सोलंकी के वकील गौरव दीक्षित आरोप है कि जो आधार कार्ड पुलिस ने पेश किया है उसमें लगा फोटो सोशल मीडिया से डाउनलोड करके लगाया गया है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो गए फोटो को क्रॉप करके पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड बनाकर कोर्ट में पेश किया है. 


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पीड़ित पक्ष ने दिया ये तर्क
इस मामले में एफआईआर जब 26 नवंबर को लिखी गई यह फोटो 12 नवंबर को वायरल हुई और इरफान के ट्रैवलिंग की डेट पुलिस ने 11 नवंबर बताई है. जबकि आधार कार्ड के रिकवरी 8 दिसंबर को बताई है. इसको लेकर भ्रम पैदा किया जा रहा है. उन्होंने कहा इरफान सोलंकी को अगर फर्जी आधार कार्ड बनवाना था क्या उनके पास कोई पासपोर्ट साइज फोटो नहीं थी जो उन्होंने अपने भाई के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फोटो को क्रॉप कर आधार कार्ड पर चिपकाया. 
कार्रवाई की मांग
इरफान सोलंकी के वकील ने मांग की कि जो भी पुलिसकर्मी फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में संलिप्त रहे हैं उन पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि पुलिस ने जो चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की है उसमें कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं है कि किस कंप्यूटर से इस फोटो को बनाया गया है. उन्होंने कहा कि न्यायालय में इस बात को लेकर 91 सीआरपीसी का एक नोटिस दिया जाएगा.


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