अजीत सिंह/जौनपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जौनपुर में वीवीआईपी नंबर दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. मामला लाइन बाजार थाना इलाके का है. जानकारी के मुताबिक पुलिस और सर्विलांस की संयुक्त टीम ने वीवीआईपी नंबर दिलाने के बहाने लोगों से धोखाधड़ी और फ्रॉड करने वाले 4 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. आइए बताते हैं पूरा मामला.


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फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चल रहा था प्रचार-प्रसार
इस मामले में जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक शहर डॉ संजय कुमार ने बताया कि लाइनबाजार थाने पर योगेश गौड़ ने प्रार्थना पत्र दिया था कि जौनपुर रहने वाले कुछ लोग वीवीआईपी मोबाइल नंबर दे रहे हैं. इसके लिए वह फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रचार-प्रसार कर लोगों के साथ फ्रॉड करते हैं. इतना ही नहीं योगेश से वीआईपी नंबर दिलाने के नाम पर फोन करके उन्होंने पैसे भी लिए हैं. इसके बाद भी ज्यादा पैसे की मांग कर रहे है.


मामले की जांच के लिए एसपी ने स्वाट और सर्विलांस टीम को लगाया था 
इसके बाद पर जौनपुर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच पड़ताल शुरु कर दी. इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच के लिए स्वाट और सर्विलांस टीम को लगाया गया था. इसी क्रम में आज चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल, ये सभी ऑनलाइन फ्रॉड करने का काम करते थे. वहीं, पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि यह व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए लोगों को वीआईपी नंबर दिलाने की ये बात करते थे. इसके अलावा सिम कार्ड भी दे देते है.


मामले में अपर पुलिस अधीक्षक शहर ने दी जानकारी
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक शहर डॉ संजय कुमार ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि तलाशी के दौरान उनके कब्जे से पुलिस ने सात मोबाईल, 1 लैपटॉप, 1 लैपटॉप चार्जर, 2 कनेक्टर, 1 चेक बुक,13 सिम कार्ड और 4200 रुपये नगद बरामद किए गए हैं.