राम अनुज/देहरादून: उत्तराखंड के जोशीमठ में हो रहा भू-धंसाव, एक बड़ी तबाही की ओर इशारा कर रहा है. ऐसा लग रहा है कि कई बस्ती खत्म हो जाएंगी. ऐसा इसलिए क्योंकि शहरी मकानों में गहरी दरारें पड़ रही हैं. जमीन नीचे से धंस रही है. जानकारी के मुताबिक अब तक इस शहर के 603 मकानों में दरारें आ चुकी हैं. वहीं, 100 से ज्यादा घर में हाल बेहद खतरनाक हो चुका है. इन सबके बीच पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन कर मामले की जानकारी ली है. 


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पीएम मोदी ने सीएम धामी को फोन कर जाना हाल
आपको बता दें कि जोशीमठ के घरों में आ रही दरार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन किया. इस मामले में मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर जोशीमठ को लेकर काफी लंबी चर्चा की है. उन्होंने सभी पहलुओं पर विचार मंथन करने को कहा है. साथ ही पीएम ने हर संभव मदद देने की बात कही है. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि किस तरह से विस्थापन हो सकता है, किस तरह से लोगों की मदद की जा सकती है, इसका प्रयास किया जा रहा है.


भूस्खलन को रोकाने को लेकर हुई बात
सीएम धामी ने कहा कि भूस्खलन को किस तरह से रोका जा सकता है, ऐसे तमाम पहलुओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विचार मंथन करने के लिए कहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि जोशीमठ के लोगों की हर संभव मदद की जाएगी.


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नुकसान के आंकलन करने के लिए बनी समिति
आपको बता दें कि इलाके में लगातार गहराती दरारों से लोग अपने घरों को छोड़कर कड़ाके की ठंड में सुरक्षित स्थानों की तरफ जा रहे हैं. वहीं, प्रशासन भी शहर खाली करा रहा है. लगातार भूस्खलन से घर के गिरने का डर आम जनता को सता रहा है. वहीं, सरकार ने भू-धंसाव से होने वाले नुकसान के आंकलन करने के लिए 14 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है.