श्याम तिवारी/कानपुर: कानपुर हिंसा मामले में शहर के तीनों सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी, इरफान सोलंकी और हसन रूमी पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा की चौखट पर पहुंचे. इस दौरान सपा नेताओं ने एक पक्षीय कार्रवाई पर विरोध जताया. पुलिस कमिश्नर ने उन्हें आश्वसन दिया है कि कोई भी निर्दोष इस मामले में जेल नहीं जाएगा. ठोस सबूत के बिना किसी पर भी कोई कार्रवाई नहीं होगी. यदि कोई निर्दोष जेल गया भी होगा तो उसको धारा 169 के तहत रिहा किया जाएगा.


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पुलिसकर्मी पर लगाए ये गंभीर आरोप 
सपा विधायकों ने कहा कि इस मामले में कुछ ऐसे नौजवान भी जेल भेजे गए हैं जो घटना के वक्त वहां थे ही नहीं. सपा नेताओं ने पूरी घटना की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराने और एक फोरम बनाने की मांग भी रखी, जिससे जनता में लोकतंत्र में आस्था और विश्वास हो सकें. हिंसा में फंसाने की धमकी देकर कुछ पुलिसकर्मी रुपए लेकर बेकसूरों को छोड़ रहे हैं. विधायक इरफान सोलंकी ने कहा कि यदि निर्दोषों पर कार्रवाई हुई तो वह अपनी गिरफ्तारी देंगे.


सपा विधायक के खिलाफ लोगों में नाराजगी 
कानपुर शहर के आर्य नगर विधायक अमिताभ बाजपेयी के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि होने के बाद भी अमिताभ बाजपेयी अभी तक नई सड़क, चंद्रेश्वर हाते की तरफ नहीं आए हैं. ऐसे में चंद्रेश्वर हाते में रहने वाले लोग उनसे काफी ज्यादा नाराज हैं. आज गुस्सा कुछ इस कदर बढ़ा कि चंदेश्वर हाते के लोगों ने मुख्य गेट पर लिखा गया अमिताभ बाजपेई का नाम अपने हाथों से मिटा दिया और उस पर पेंट कर दिया. 


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