मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: एसपी कौशांबी बृजेश श्रीवास्तव पर नौकरानी से छेड़खानी का आरोप लगाया गया है. आरोप है कि एसपी कौशांबी ने नशे की हालत में छेड़खानी की है. मामले की निष्पक्ष जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है. इस कमेटी में आईजी प्रयागराज चंद्रप्रकाश, एसपी चित्रकूट बृंदा शुक्ला और आईएएस ईशा प्रिया शामिल हैं. कमेटी चार दिन के भीतर मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेगी. पुलिस अधीक्षक ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उनका कहना है कि चोरी करते हुए पकड़े जाने पर महिला इस तरह का आरोप लगा रही है.


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डीजीपी के निर्देश पर बनी जांच कमेटी


एडीजी जोन भानु भाष्कर के मुताबिक ''डीजीपी के निर्देश पर मामले की जांच के लिए आईजी रेंज चंद्रप्रकाश की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है. बताया जा रहा है कि महिला कौशाम्बी की ही रहने वाली है और पिछले कुछ महीनों से काम कर रही थी. उसका आरोप है कि एक दिन साहब ने घर पर मछली बनवाई और शराब पी. फिर कमरे में पानी रखने को कहा. वह पानी रखकर जाने लगी तो गलत काम का दबाव बनाया. महिला के आरोप का वीडियो भी वायरल हुआ. 


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एसपी ने आरोपों को बताया बेबुनियाद


एसपी कौशाम्बी का कहना है कि छोटेलाल यादव नाम के फॉलोअर ने मेरी 86 वर्षीय बीमार मां की देखभाल के लिए महिला को भांजी बताकर रखवाया था. पिछले कुछ समय से लगातार आवास से सामान चोरी हो रहे थे. लगभग 10 दिन पहले पत्नी के कपड़े और सोने की पायल चोरी हो गई. इसके बाद ही महिला व फॉलोअर को हटा दिया गया था. इसी को लेकर वह बेबुनियाद आरोप लगा रही है.


महिला का यूटर्न


कौशांबी एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव पर आरोप लगाने वाली महिला ने प्रेस वार्ता कर अपने बयान से यू टर्न ले लिया  है. महिला ने अपने बयान में बताया घर में काम करते वक्त एक प्लेट टूट गई थी, जिस कारण एसपी की पत्नी ने डांट फटकार कर काम से निकाल दिया था. जिससे नाराज होकर उन्होंने एसपी पर छेड़खानी का झूठा आरोप लगाया है. इस मामले में महिला मीडिया कर्मियों के सामने आई और सभी आरोपों को असत्य एवं निराधार बताया है.


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