लखनऊ: उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस पर दिए गए बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि एक नए नवेले नेता जो कई घाटों का पानी पीकर सपा में गए हैं, वहां अखिलेश यादव के भोंपू बने हुए हैं. इन्होंने रामचरितमानस पर जो बयान दिया उसके बाद अखिलेश यादव का इसपर चुप रहना उप्र के माहौल को खराब करने का एक प्रयास है. केशव प्रसाद ने कहा कि उनके चाचा की भी क्या हैसियत है उनकी पार्टी में ये सब लोग जानते हैं.


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उन्होंने कहा कि जिस तरह से समाजवादी पार्टी मुस्लिम तुष्टिकरण करने का असफल प्रयास कर रही है. इससे हिंदू भावनाएं आहत हो रही हैं और इस प्रकार से उल्टे सीधे बयान दिए जा रहे हैं. उनके बयान पर अखिलेश की चुप्पी बताती है की 2019 में जो अखिलेश प्रयाग में डुबकी लगाने गए और अपने आप को श्री कृष्ण का वंशज बताते हैं और राम की इस तरह के मामले चुप रहना सभी की भवनों को आहत करता है. लोहिया ने कहा था की भगवान राम इस देश का मन हैं और श्री कृष्ण मस्तिष्क है. 


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समाजवादी पार्टी की शुरुआत राम मंदिर के आंदोलन को खराब करना और कारसेवकों और रामभक्तों के खून से मां सरयू को लाल करने से समाजवादी पार्टी का असली रूप जाहिर हुआ. वहीं बरेली पहुंचे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर साधा निशाना, स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर बताया विक्षिप्तों वाला बयान, सपा पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा यह वही सपा है जिसने राम भक्तों पर गोलियां चलवाई थी, ये वही सपा है जिसने आतंकवादियों के केस वापस लिए, अखिलेश को बयान पर अपना स्टैंड क्लियर करना चाहिए. 


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