कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक ही गांव के बीस घरों पर 'घर बिकाऊ है' का पोस्टर लगने से हड़कंप मच गया है. सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के पुलिस हरकत में आ गई है. मामले की जांच में जुट गई है. 


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क्या है मामला? 
मामला रामकोला थानाक्षेत्र के सपहा दहाऊर टोले का है, जहां के रहने वाले पासी समुदाय के लोगों ने दूसरे समुदाय के प्रधान प्रतिनिधि पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इंसाफ नहीं मिलने पर घरों को बेचकर पलायन करने के लिए मकानों पर बिकाउ होने का पोस्टर चस्पा कर दिया है. मामला दो अलग अलग समुदायों का होने की वजह से पुलिस भी हरकत में आ गई है. लोगों को समझाने में जुट गई है.


ग्राम प्रधान पर लगाया यह आरोप 
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान प्रतिनिधि ने जानबूझकर अनुसूचित जाति की आबादी की जमीन पर पानी की टंकी का प्रस्ताव पास करा दिया है. सोमवार को गांव के ओमप्रकाश, राजाराम, मनोज, जय प्रकाश, रामप्रवेश, रामसूरत, रामसकल, रामाश्रय सहित 20 लोगों के मकान पर यह मकान बिकाऊ है का पोस्टर लगाकर लोगों ने फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. मकान बिकाऊ वाले पोस्टर पर प्रधान प्रतिनिधि पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए लोगों ने गांव छोड़ने की बात लिखी है. चस्पा पोस्टर पर दो समुदायों का मामला सामने आने पर देर रात पुलिस फोर्स गांव में पहुंच गई. 


इस मामले में एसडीएम का कहना है कि लोगों को समझाबुझाकर शांत कराने का प्रयास किया गया. गांव के लोगों का आरोप है कि अनुसूचित जाति की आबादी की भूमि पर प्रधान प्रतिनिधि ने जबरन पानी की टंकी बनवाने का प्रस्ताव तैयार करा दिया है. विरोध जताने पर प्रधान प्रतिनिधि ने मुकदमा भी दर्ज करा दिया है. प्रधान प्रतिनिधि के उत्पीड़न से तंग आकर ही लोगों ने मकान बेचने का फैसला लिया है. 


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