प्रमोद कुमार/कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. यहां पुलिस ने अन्तर्राज्यीय साइबर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. आरोप है कि ठग ऑनलाइन धोखा-धड़ी कर करते थे और अवैध रूप से धन कमाते थे. कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने ठगों के पास से भारी मात्रा में फर्जी सिम और आधार कार्ड बरामद किए हैं. इसके साथ ही अपराधियों के पास से  बिना नाम की पासबुक मोबाइल फोन भी मिले हैं. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है. 


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भोले-भाले लोगों के नाम से खुलवाते थे खाते
जानकारी के मुताबिक पकड़े गए शातिर ठग सीएससी सेंटर के साथ गठजोड़ कर गांव के भोले-भाले गरीब लोगों को पैसों का लालच देकर खाते खुलवाते थे. आरोप है कि यह लोग लोगों के आधार कार्ड का इस्तेमाल कर सिम खरीदते थे और अकाउंट भी खुलवा लेते थे. इसके बाद बिना लोगों को पता चले खातों से रुपयों का लेन-देन भी करते थे. इसके बाद उन्हीं खातों से पासबुक, चेकबुक और एटीएम कार्ड से रुपयों को निकाल लेते थे. 


बताया जा रहा है पकड़े गए अंतर्राज्यीय साइबर ठग गिरोह के सदस्य कई ऑनलाइन हैकरो के संपर्क में भी थे. कुशीनगर के पुलिस कप्तान ने जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गए शातिर ठग कई जनपदों में साइबर फ्रॉड की घटनाएं कर चुके हैं. इन साइबर ठगों द्वारा अब तक कुल आठ खातों में 1 करोड़ 20 लाख रुपये का ऑनलाइन ट्रांजैक्शन किया गया है. इस गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगाई गई हैं.


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पकड़े गए ठगों में गिरोह का मास्टरमाइंड बुलेट कुमार चौरिया बिहार बताया जा रहा है, जो के गोपागलंज राज्य का रहने वाला है. वहीं. अमित चौरसिया और करन जायसवाल कुशीनगर के तमकुही रोड के रहने वाले हैं. पुलिस ने इनके पास से 51 हजार रुपये नगदी, 64 फर्जी सिम कार्ड 20 फर्जी आधार कार्ड, 11 पासबुक और 5 मोबाइल बरामद किए हैं. 


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