Mathura Janmashtami Live Update: यहां पर लाइव देख सकेंगे मथुरा और वृंदावन का कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव
krishna Janmashtami Live 2022: हर साल भाद्रपद के महीने में कृष्ण पक्ष की अष्टमी को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म उत्सव यानी कि जन्माष्टमी मनाई जाती है. इस साल जन्माष्टमी दो दिन (18 अगस्त और 19 अगस्त) को पड़ी है. इसलिए दोनों दिन ही भक्तों का तांता मंदिरों में लगा हुआ है. पढ़ें हर पल का लाइव अपडेट...
Mathura Vrindavan Krishna Janmashtami 2022 Live News in Hindi: श्रीकृष्ण की जन्माष्टमी पर हर साल धूम देखने को मिलती है. इस बार भी 18 और 19 अगस्त को कान्हा के जन्मोत्सव को लेकर भव्य तैयारियां की गई हैं. खासकर मथुरा, वृंदावन और द्वारिका में विधि-विधान से जन्माष्टमी का उत्सव देखने को मिल रहा है. मान्यताएं कहती हैं कि आज के दिन ही भगवान विष्णु श्रीकृष्ण का अवतार लेकर धरती पर जन्मे थे. आज के दिन कान्हा के बाल रूप की पूजा होती है. जानें जन्माष्टमी की धूमधाम और पूजा-पाठ से जुड़ी हर अपडेट...
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यहां पर लाइव देख सकेंगे मथुरा और वृंदावन का कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव (Mathura Janmashtami live 2022)
2024 में मथुरा की बारी है: सांसद आर के सिंह पटेल
भगवान राम की तपोभूमि धार्मिक नगरी चित्रकूट में एक मात्र बांके बिहारी जी मंदिर में जन्माष्टमी का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. जहां सांसद आर के सिंह पटेल ने पहुंचकर पूजा अर्चना की और कहा कि आज भगवान कृष्ण का जन्मदिन पूरे विश्व में मनाया जा रहा है. उन्होंने समस्त जनमानस को जन्माष्टमी के त्योहार की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अयोध्या में जहां राममंदिर बनाया जा रहा है और काशी का जीर्णोधार किया गया है. उसी तरह हमारे प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में मथुरा के मंदिर का भी कायाकल्प किया जाएगा और अब 2024 में मथुरा की बारी है.Kanha Jhanki and Bansuri Decoration: ऐसे कान्हा की झांकी सजाकर पूजा करने से दूर होते हैं घर के वास्तु दोष
यहां पर लाइव देख सकेंगे मथुरा और वृंदावन का कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव
Janmashtami 2022: जन्माष्टमी के दिन क्या करें क्या न करें
जन्माष्टमी के दिन काले रंग के कपड़े न पहनें.
बाल गोपाल को भोग लगाएं तो उसमें तुलसी जरूर हो.
व्रत रखने पर रात 12 बजे तक अन्न का सेवन न करें.
गाय की पूजा और सेवा करें.Krishna Janmashtami Vrat Rules: जन्माष्टमी के दिन भूलकर भी ना करें ये काम, वरना सहना पड़ेगा कान्हा का प्रकोप
मथुरा में भक्तों का उमड़ा सैलाब
श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है. हर कोई अपने आराध्य कान्हा के जन्मोत्सव में भाग लेना चाहता है. देश के विभिन्न कोनों से आए श्रद्धालु कृष्ण की भक्ति में भावविभोर नजर आ रहे हैं. हर कोई कान्हा के उस पल का साथी बनना चाहता है जब कान्हा मथुरा में अपने मामा कंस की कारागार में जन्म लेंगे.बता दें कि सालभर में केवल जन्माष्टमी के दिन ही बांके बिहारी मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की मंगला आरती होती है.
रात्रि 12 बजे बांके बिहारी का महाभिषेक होगा. महाभिषेक के वक्त आम श्रृद्धालु दर्शन नहीं कर सकेंगे. रात करीब 1:45 बजे बांके बिहारी के दर्शन के लिए पट आम श्रृद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. रात 1 बजकर 55 मिनट पर मंगला आरती शुरू होगी. दो बजे से लेकर सुबह 5:30 बजे तक भक्त ठाकुर जी के दर्शन कर सकेंगे.
श्रीकृष्ण चालीसा
॥ दोहा ॥बंशी शोभित कर मधुर,नील जलद तन श्याम।
अरुण अधर जनु बिम्बा फल,पिताम्बर शुभ साज॥
जय मनमोहन मदन छवि,कृष्णचन्द्र महाराज।
करहु कृपा हे रवि तनय,राखहु जन की लाज॥चौपाई
जय यदुनन्दन जय जगवन्दन।जय वसुदेव देवकी नन्दन॥
जय यशुदा सुत नन्द दुलारे।जय प्रभु भक्तन के दृग तारे॥
जय नट-नागर नाग नथैया।कृष्ण कन्हैया धेनु चरैया॥
पुनि नख पर प्रभु गिरिवर धारो।आओ दीनन कष्ट निवारो॥
वंशी मधुर अधर धरी तेरी।होवे पूर्ण मनोरथ मेरो॥
आओ हरि पुनि माखन चाखो।आज लाज भारत की राखो॥
गोल कपोल, चिबुक अरुणारे।मृदु मुस्कान मोहिनी डारे॥
रंजित राजिव नयन विशाला।मोर मुकुट वैजयंती माला॥
कुण्डल श्रवण पीतपट आछे।कटि किंकणी काछन काछे॥
नील जलज सुन्दर तनु सोहे।छवि लखि, सुर नर मुनिमन मोहे॥
मस्तक तिलक, अलक घुंघराले।आओ कृष्ण बांसुरी वाले॥
करि पय पान, पुतनहि तारयो।अका बका कागासुर मारयो॥
मधुवन जलत अग्नि जब ज्वाला।भै शीतल, लखितहिं नन्दलाला॥
सुरपति जब ब्रज चढ़यो रिसाई।मसूर धार वारि वर्षाई॥
लगत-लगत ब्रज चहन बहायो।गोवर्धन नखधारि बचायो॥
लखि यसुदा मन भ्रम अधिकाई।मुख महं चौदह भुवन दिखाई॥
दुष्ट कंस अति उधम मचायो।कोटि कमल जब फूल मंगायो॥
नाथि कालियहिं तब तुम लीन्हें।चरणचिन्ह दै निर्भय किन्हें॥
करि गोपिन संग रास विलासा।सबकी पूरण करी अभिलाषा॥
केतिक महा असुर संहारयो।कंसहि केस पकड़ि दै मारयो॥
मात-पिता की बन्दि छुड़ाई।उग्रसेन कहं राज दिलाई॥
महि से मृतक छहों सुत लायो।मातु देवकी शोक मिटायो॥
भौमासुर मुर दैत्य संहारी।लाये षट दश सहसकुमारी॥
दै भिन्हीं तृण चीर सहारा।जरासिंधु राक्षस कहं मारा॥
असुर बकासुर आदिक मारयो।भक्तन के तब कष्ट निवारियो॥
दीन सुदामा के दुःख टारयो।तंदुल तीन मूंठ मुख डारयो॥
प्रेम के साग विदुर घर मांगे।दुर्योधन के मेवा त्यागे॥
लखि प्रेम की महिमा भारी।ऐसे श्याम दीन हितकारी॥
भारत के पारथ रथ हांके।लिए चक्र कर नहिं बल ताके॥
निज गीता के ज्ञान सुनाये।भक्तन ह्रदय सुधा वर्षाये॥
मीरा थी ऐसी मतवाली।विष पी गई बजाकर ताली॥
राना भेजा सांप पिटारी।शालिग्राम बने बनवारी॥
निज माया तुम विधिहिं दिखायो।उर ते संशय सकल मिटायो॥
तब शत निन्दा करी तत्काला।जीवन मुक्त भयो शिशुपाला॥
जबहिं द्रौपदी टेर लगाई।दीनानाथ लाज अब जाई॥
तुरतहिं वसन बने ननन्दलाला।बढ़े चीर भै अरि मुँह काला॥
अस नाथ के नाथ कन्हैया।डूबत भंवर बचावत नैया॥
सुन्दरदास आस उर धारी।दयादृष्टि कीजै बनवारी॥
नाथ सकल मम कुमति निवारो।क्षमहु बेगि अपराध हमारो॥
खोलो पट अब दर्शन दीजै।बोलो कृष्ण कन्हैया की जै॥जन्माष्टमी की पूजा में करें तुलसीदल
भगवान श्री कृष्ण की पूजा में तुलसी पत्ता जरूर शामिल करें. भगवान श्री कृष्ण को तुलसी अतिप्रिय होती है.जन्माष्टमी में लगाएं भगवान कृष्ण को ये भोग
जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण को 56 भोग लगाए जाते हैं. इसमें माखन-मिश्री, धनिया पंजीरी, मखाना पाग,खीरा, पंचामृत, लड्डू, पेड़े, खीर आदि चीजें शामिल होती है। इनमें माखन भगवान कृष्ण को सबसे अधिक प्रिय है.Janmashtami 2022: इस मंत्र का करें जाप
वसुदेव सुतं देव कंस चाणूर मर्दनम्, देवकी परमानंदं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्Janmashtami 2022: जन्माष्टमी पूजा समग्री
खीरा, दही, शहद, दूध, एक चौकी, पीला साफ कपड़ा, पंचामृत, बाल कृष्ण की मूर्ति, सांहासन, गंगाजल, दीपक, घी, बाती, धूपबत्ती, गोकुलाष्ट चंदन, अक्षत, माखन, मिश्री, भोग सामग्री, तुलसी का पत्ता आदि से पूजा करें.आज जन्माष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त
तिथि- 19 अगस्त 2022, शुक्रवार
अष्टमी तिथि प्रारंभ- 18 अगस्त रात्रि 12 बजकर 14 मिनट से शुरू
अष्टमी तिथि समाप्त- 19 अगस्त रात्रि 01 बजकर 06 मिनट तक
निशिथ पूजा मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 20 मिनट से 01:05 तक रहेगाक़ैदी इरशाद, तस्लीम, और सैज़ी मथुरा जेल में कान्हा की सुंदर पोशाकें बना रहे हैं. मथुरा के मंदिरों में भारी मांग है क्यूंकि कृष्ण जी का जन्म जेल में हुआ था कैदियों का कहना है जीवन सफल हो रहा है.
कान्हा के जन्म से पहले हुई मथुरा में बारिश
मथुरा: कान्हा के जन्म से पहले हुई बारिश से भक्तों के चेहरे खिल उठे हैं. अब मथुरावासियों को गर्मी से राहत मिलेगी. कान्हा के जयकारों से गूंज रही मथुरा नगरी की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है. सीसीटीवी, ड्रोन और एलआईयू की टीम हर गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है.श्री कृष्ण भगवान विष्णु का आठवां अवतार
मालूम हो, भगवान श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं. कान्हा की अनेक लीलाओं की वजह से उन्हें अलग-अलग नाम दिए गए. जैसे माखनचोर, लड्डू गोपाल, बंशीधर, मुरलीवाले, गिरिराज, गिरधर गोपाल, नंदलाला और देवकीनंदन, आदि...श्रीकृष्ण की माया से सब भूल गए थे देवकी-वासुदेव
बताया जाता है कि श्रीकृष्ण जन्म लेने से पहले चतुर्भुज रूप में वासुदेव-देवकी के सामने आए. अवतार लेते ही उन्होंने अपने माता पिता की यादों को भुला दिया. दोनों को ही यह बात याद नहीं थी कि भगवान ने स्वयं उन्हें चतुर्भुज रूप में दर्शन दिए हैं और उनका बेटा कृष्ण भगवान का ही अवतार है. इतना ही नहीं, भगवान ने अपनी माया से वासुदेव को अर्धचेतन अवस्था में कर दिया. इसलिए उन्हें याद ही नहीं रहा कि वह बाल श्रीकृष्ण को नंदराय के पास छोड़ आए हैं.देखें जन्माष्टमी पर सीएम योगी की कुछ तस्वीरें
बढ़ी श्रीकृष्ण जन्मभूमि की भव्यता
जन्माष्टमी 2022 पर कान्हा की जन्मभूमि को खूबसूरती से तैयार किया गया है. इस बार श्रीकृष्ण जन्मस्थान स्थित गर्भगृह को कारागार की तरह सजाया गया है. यहां कहीं अंधेरी छाया है तो कहीं सोते हुए पहरेदार.भागवत भवन में सीएम योगी
गर्भगृह में दर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जन्मस्थान स्थित भागवत भवन में घए. यहां उन्होंने राधाकृष्ण की विधिवत पूजा-अर्चना की.400 साल बाद बन रहा महासंयोग
आपको बता दें, जन्माष्टमी का पर्व इस साल कुछ खास है. बताया जा रहा है कि 400 साल बाद जन्माष्टमी पर 8 शुभ योग का महासंयोग बन रहा है. जन्माष्टमी पर आज महालक्ष्मी, बुधादित्य, ध्रुव, छत्र, कुलदीपक, भारती, हर्ष, सत्कीर्ति का राजयोग बन रहा है. इन योग में कान्हा की पूजा से कई गुना फल मिलेगा.सीएम योगी आदित्यनाथ वृन्दावन से श्रीकृष्ण जन्मस्थान मथुरा पहुंच रहे हैं
जन्मस्थान पर सीएम योगी करीब 30 मिनट तक रुकेंगे. यहां भगवान कृष्ण के दर्शन करने के बाद पूजा-अर्चना करेंगे.श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर अन्नपूर्णा भोजनालय का शुभारंभ
सीएम योगी ने कहा कि जन्माष्टमी का पर्व पूरा विश्व मना रहा है. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के साथ अन्नपूर्णा भोजनालय का शुभारंभ भी हो गया. इसके लिए विजय कौशल महाराज न्यास का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की श्रद्धा ही है जो इस तीर्थ को तीर्थत्व प्रदान करती है. ऐसे लोगों के लिए ही अन्नपूर्णा भोजनालय शुरू हुआ है.बरेली: पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने गौ पूजन कर जन्माष्टमी मनाई
बरेली के पराग दुग्ध फैक्ट्री में आयोजित एक कार्यक्रम में धर्मपाल सिंह ने शिरकत कर गौ पूजन किया. उन्होंने कहा कि इस बार प्रदेश में जन्माष्टमी गौ पूजन के साथ मनाई जा रही है. सभी सरकारी गौशालाओं और दुग्ध उत्पादक संयत्रों में गौ पूजन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण और गौ माता का अटूट बंधन है. इसलिए इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर विशेष पूजन किया जा रहा है. इस अवसर पर रंगारंग संस्कृति कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गयाम जिसमें कृष्ण लीलाओं को प्रदर्शित किया गया.जन्माष्टमी के मौके पर बाजारों में मिल रहे प्रतिबंधित मोरपंख
प्रतिबंधित मोरपंख के खिलाफ वन विभाग ने चलाया अभियान. जन्माष्टमी के मौके पर बाजारों में धड़ल्ले से बिक रहे थे मोर पंख. भारी मात्रा मोरपंख को बाजारों से किया गया जब्त. कोतवाली थाना क्षेत्र के जिला पंचायत. मनिहारान गली, बड़ा बाजार, कुतुबखाना बाजार में की गई छापेमारी. मेनका गांधी के पशु रक्षा के संगठन पीएफए के कार्यकर्ता रहे मौजूद.भगवान केदारनाथ धाम में धूमधाम से मनाई जा रही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
केदारनाथ धाम में निकली श्रीकृष्ण भगवान की रथ यात्रा. शोभा रथ यात्रा केदारनाथ मंदिर परिसर से होकर केदारनाथ गोलचौक तक निकली. ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ धाम में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर केदारनाथ धाम में देश-विदेश से आये श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय तीर्थ -पुरोहित समाज और जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, और अन्य भक्त जनों ने भगवान बासुदेब श्रीकृष्ण की रथ यात्रा में शामिल हुए.चमोली: जन्माष्टमी पर कृष्णमयी हुई बदरीपुरी, भगवान के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर श्रीबदरीनाथ मंदिर में बृहस्पतिवार को कृष्ण ढोल उत्सव का आयोजन किया गया. बदरीनाथ मंदिर में सुबह से रात तक श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रही. इससे पहले बदरीनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने श्रीकृष्ण भगवान के प्रतिनिधि उद्धव जी का अभिषेक पूजन महाआरती और भोग अर्पित किया गया. मध्यरात्रि को श्रीकृष्ण भगवान के जन्म के साथ ही पूरा बदरीनाथ मंदिर घंटे-घडिय़ाल और भक्तो के जयकारों से गूंज उठा.Happy Janmashtami 2022
नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की
हाथी घोड़ा पालकी, जैय कन्हैया लाल की.
कृष्ण जन्माष्टमी 2022 की बधाई
जन्माष्टमी 2022: तुलसी के बिना अधूरी है कान्हा की पूजा
सब जानते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण को तुलसी बहुत प्यारी है. जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण की पूजा में तुलसी का विशेष प्रयोग करना बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए आज के दिन बनाए जाने वाले सभी प्रसाद में तुलसीदल जरूर चढ़ाएं. माना जाता है कि इससे कृष्ण जल्दी प्रसन्न होते हैं.जन्माष्टमी 2022 पर मंदिरों में होने वाले कार्यक्रम
राधारमण मंदिर
सुबह 9.00 बजे से दूध, दही, घी, शहद, शक्कर आदि 54 प्रकार की वनौषधियों से ठाकुर राधा रमणलाल के श्रीविग्रह के अभिषेक दर्शन.राधादामोदर मंदिर
सुबह 9.00 बजे श्री गिरिराज चरणशिला का महादुग्धाभिषेकशाह बिहारी मंदिर
सुबह 9.30 बजे से दूध, दही, घी, शहद, शक्कर आदि से ठाकुर राधा रमणलाल जू के श्रीविग्रह का अभिषेकयशोदानंदन धाम
सायं 6.00 बजे से श्रीकृष्ण जन्मकाल तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजननंदोत्सव के पर्व पर सुबह 10 बजे मटकी फोड़ लीला और देर रात्रि तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी जन्माष्टमी की बधाई
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य की जनता को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दी हैं. सीएम ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का धरा पर अवतरण धर्म, सत्य और न्याय की स्थापना के लिए हुआ था. उनका जन्म अधर्म, अन्याय और अत्याचार समाप्त करने की प्रेरणा देता है. भगवान श्रीकृष्ण ने भगवत गीता के माध्यम से ज्ञान, कर्म एवं भक्ति योग का जो संदेश दिया, उसकी प्रासंगिकता शाश्वत है.बरेली: धूमधाम से मनाया जा रहा कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार
कृष्ण की भक्ति में डूबे भक्त कर रहे हैं भगवान का गुणगान. बांके बिहारी मंदिर में की गई विशेष सजावट. रात्रि को लड्डू गोपाल के जन्म के साथ ही भक्तों का व्रत होगा पूर्ण. हरि मंदिर, बांके बिहारी मंदिर में लगा भक्तों का तांता.औरैया: यहां है भगवान श्रीकृष्ण का ससुराल, रुकमणि का बना है मंदिर
यूपी के औरैया में जन्माष्टमी की धूम अलग ही स्तर पर देखने को मिल रही है. वजह है कि यह भूमि श्रीकृष्ण का ससुराल है. यहां पर मां रुकमणि का मंदिर बना हुआ है जो लाखों में एक है. यहां पर सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है.गाजियाबाद: जन्माष्टमी की धूम, इस्कॉन मंदिर में लगा है भक्तों का तांता
जन्माष्टमी 2022 को लेकर गाजियाबाद के इस्कॉन मंदिर में तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. यहां श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भक्तों का तांता लगा हुआ है तो वहीं मंदिर प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां पूरी करने के पश्चात जश्न में लीन होने की शुरुआत कर दी है.काशी में कृष्ण जन्मोत्सव की धूम, देसी घी से बन रहे लड्डुओं का होगा वितरण
काशी के इस्कॉन मंदिर में कृष्ण भक्तों में उल्लास का माहौल. सुबह से मंदिर में चल रहा है भजन-कीर्तन. बाल-गोपाल के जन्मोत्सव पर आनंद से झूम रहे हैं कृष्ण प्रेमी. वाराणसी के दुर्गाकुंड स्थित इस्कॉन मंदिर में बड़े पैमाने पर तैयारी.गौशालाओं में मनाई जा रही जन्माष्टमी
यूपी की 6200 गौशालाओं में आज जन्माष्ठमी का उत्सव मनाया जा रहा है. लखनऊ में भी गौशालाओं को सजाया गया है. साथ ही इन गौशालाओं में जनप्रतिनिधियों को भी जाने का निर्देश सीएम ने दिया है.मथुरा: श्रीकृष्ण जन्मभूमि से मंगला आरती के दर्शन
आज मथुरा में जन्मे कृष्णा. अजन्मे के जन्म पर मंगला दर्शन का विशेष महत्व होता है. इसके लिए भगवान को विशेष पोशाक पहनाई जाती है. माना जाता है कि भगवान कृष्ण के मंगला दर्शन करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. भगवान कृष्ण के मंगल दर्शन के साथ भव्य आरती के साथ ही मंदिर के पट खोले जाते हैं. इसके लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है. यहां पहुंचे भक्तों को बस इंतजार रहता है उस दिव्य समय का, जिस समय उनके नटखट गोपाल जन्म लेंगे.मथुरा में जन्माष्टमी 2022 की व्यवस्थाएं
श्रीकृष्ण के जन्म का साक्षी बनने के लिए कान्हा की नगरी में उमड़ने लगा सैलाब. लाखों के संख्या में भक्त पहुंच रहे मथुरा. चारों तरफ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की मची धूम. दुल्हन की तरह सजाई गई कान्हा की नगरी. शहर के सभी प्रमुख चौराहों की की गई आकर्षक साज सज्जा. उत्तर प्रदेश बृज तीर्थ विकास परिषद ने कान्हा के जन्म के लिए कीं अभूतपूर्व व्यवस्थाएं.जगह-जगह लगाए गए कान्हा की छवि वाले सेल्फी पॉइंट्स. नगर में जगह-जगह मंच लगाकर किया जा रहा श्रीकृष्ण की लीलाओं का मंचन. श्रद्धालु भक्तों के लिए समाजसेवियों द्वारा लगाए गए भंडारे.जन्माष्टमी 2022 पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मथुरा में आगमन
भगवान के जन्म उत्सव में शामिल होंगे मुख्यमंत्री. 3.30 घंटे मथुरा में रहेंगे सीएम. दोपहर एक बजे होगा योगी आदित्यनाथ का आगमन. ढाई घंटे वृंदावन, एक घंटे मथुरा में रहेंगे सीएम. वृंदावन में अन्नपूर्णा भवन का करेंगे लोकार्पण. श्रद्धालुओं को वितरित करेंगे प्रसाद. पर्यटक सुविधा केंद्र पर श्री कृष्ण जन्म उत्सव कार्यक्रम में करेंगे सहभागिता. मथुरा में श्री कृष्ण जन्म स्थान के करेंगे दर्शन. दर्शन के बाद 4:30 बजे करेंगे मथुरा से प्रस्थान.जन्माष्टमी 2022 को लेकर मथुरा में सुरक्षा व्यवस्था
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के लिए नगर के चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस. 5 जोन और 30 सेक्टर में बांटा गया मथुरा वृंदावन. मथुरा को 3 जोन और 16 सेक्टर में बांटा. 2 जोन और 14 सेक्टर में वृन्दावन को किया गया विभक्त. पहले से ही 3 जोन में विभाजित है श्री कृष्ण जन्मस्थान क्षेत्र. श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर रेड जोन में. मंदिर के आसपास के एक किलोमीटर का एरिया यलो जोन. शेष शहर ग्रीन जोन में है डिवाइडेड. जन्माष्टमी पर शहर की सुरक्षा करीब 5000 जवानों को सौंपी गई.
10 कंपनी पीएसी व दो कंपनी आरएएफ रहेगी तैनात. फ्लड पीएसी के अलावा सिविल पुलिस के 3000 जवान रहेंगे तैनात. ट्रैफिक व्यवस्था के लिए जगह-जगह बनाए गए पॉइंट्स. श्रीकृष्ण जन्मस्थान जाने वाले मार्गों पर वाहनों का प्रवेश निषेध. मथुरा के अलावा आगरा और कानपुर जोन से मंगाई गई है फोर्स. सीसीटीवी व ड्रोन कैमरों से रखी जाएगी हर हरकत पर नजर. इंटेलीजेंस व एलआईयू की पैनी नजरों से गुजरेंगे संदिग्ध.मथुरा: शाही ईदगाह की तरफ भी बनाया जा रहा मूल गर्भगृह का प्रतीकात्मक गेट
आज मध्यरात्रि को जन्मेंगे कन्हैया. 'श्रीहरिकान्ता' पोशाक धारण कर सारंग शोभा पुष्प बंगले में विराजेंगे ठाकुर जी. 'मोर्छलासन' में विराजमान हो अभिषेक स्थल पर पधारेंगे ठाकुर जी. रजत कमल पुष्प में होगा ठाकुर जी का प्राकट्य एवं अभिषेक. स्वर्ण मंडित रजत कामधेनु स्वरूपा दिव्य गौ प्रतिमा करेंगी ठाकुर जी का प्रथम अभिषेक. गर्भ ग्रह एवं श्री कृष्ण चबूतरे को दिया जाएगा कारागार स्वरूप. पहली बार शाही ईदगाह की तरफ भी बनाया जाएगा मूल गर्भगृह का प्रतीकात्मक गेट.देहरादून: पुलिस लाइन में जन्माष्टमी के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल गुरमीत सिंह के साथ डीजीपी अशोक कुमार प्रशासनिक अधिकारी और भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया. कलाकारों ने इस मौके पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी पेश किया. सभी थानों ने पुलिस लाइन में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए. बड़े हर्षोल्लास के साथ श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है.
बता दें, देहरादून के धर्मपुर मंदिर के साथ कई मंदिरों में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. हर्षोल्लास के साथ श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है.कान्हा के भक्तों के स्वागत के लिए सज गई मथुरा नगरी
जन्माष्टमी के पर्व पर केवल देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करने मथुरा आते हैं. जन्माष्टमी 2022 पर भी कुछ ऐसे ही नजारे देखने को मिल रहे हैं. भक्तों के लिए उनकी कान्हा की जन्मस्थली को सजा दिया गया है. मथुरा के सभी प्रवेश द्वारों को खूबसूरती से सजाया गया है. शहर के सभी तिराहे और चौराहे भी भव्य रूप से सजाए गए हैं.