लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आयोजित सैनिक स्कूल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए. दरअसल, लखनऊ में देश का ये पहला सैनिक स्कूल सन 1960 में स्थापित किया गया था. इस कार्यक्रम में सीएम ने छात्र-छात्राओं को टैबलेट और एग्जाम वॉरियर पुस्तक का वितरण भी किया, जिसे पढ़कर बच्चे तनाव मुक्त हो सकें. इस दौरान मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं को संबोधित भी किया. आइए बताते हैं उन्होंने क्या कहा.


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सीएम योगी ने कहा छात्र-छात्राओं को किया संबोधित
छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि ये सैनिक स्कूल 1960 में स्थापित हुआ था. ये देश का पहला सैनिक स्कूल है. आज यूपी में 5 सैनिक स्कूल संचालित होने के लिए तैयार हो रहे हैं. अगले साल तक उन स्कूलों को संचालित कर दिया जाएगा. सीएम ने कहा कि सैनिक स्कूल में पढ़ने वाले 1698 बच्चों में से 873 बालिका, 825 बालक हैं. ये संख्या दिखाती है कि बालिकाओं के अंदर कुछ कर गुजरने की लालसा है. उन्होंने कहा कि कुछ अभिभावक लड़कियों की पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते. इसीलिए हमने उनकी जिम्मेदारी लेते हुए तमाम योजनाएं लागू की हैं. 


एग्जाम वॉरियर पुस्तक का किया वितरण 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि 2 करोड़ विद्यार्थियों को टैबलेट, लैपटॉप वितरण का संकल्प लिया गया है. इसमें से 20 लाख बांटे भी जा चुके हैं, ये एक रिकॉर्ड है. शिक्षक और शिक्षा मित्र बच्चों की काउंसलिंग करें और उन्हें स्कूल लाने का प्रयास करें. हमने निर्देश दिए है कि ये पता लगाया किया जाए कि आखिर क्यों सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों का रुझान काम हो रहा है. वहीं, ऑपरेशन कायाकल्प ने बेसिक शिक्षा परिषद स्कूलों का वास्तविक कायाकल्प किया है. प्रदेश भर में 60 लाख बच्चे अतिरिक्त बढ़े हैं. ऐसा बेसिक शिक्षा स्कूलों में बदलाव की वजह से हुआ है. सीएम ने कहा कि बच्चों पर कभी भी दबाव नहीं बनाना चाहिए, जितनी उसकी छमता होगी उतना रिजल्ट वो देगा, दबाव से बच्चे अवसाद में चले जाते हैं.


देश का पहला सैनिक स्कूल सन 1960 में हुआ स्थापित
आपको बता दें कि यूपी के लखनऊ में देश का पहला सैनिक स्कूल सन 1960 में स्थापित किया गया था. इसी स्कूल ने पहली बार साल 2018 में ले. कर्नल उदय की पहल के बाद छात्राओं को बड़ा मौका मिला था. दरअसल, साल 2021 में बेटियों के लिए पहली बार राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के दरवाजे खुले थे. इसके बाद बेटियां एनडीए की लिखित परीक्षा में शामिल हुई थीं. तब कैप्टन मनोज पांडेय यूपी सैनिक स्कूल में पढ़ाई कर रहीं 15 बालिकाओं ने एनडीए की परीक्षा दी थी. इसके साथ ही बालिकाओं को एनडीए की परीक्षा तक पहुंचाने वाला ये देश का यह पहला सैनिक स्कूल बना और इतिहास रच दिया.


गोरखपुर में हो रहा सैनिक स्कूल का निर्माण 
आपको बता दें कि सीएम सिटी गोरखपुर में भी सैनिक स्कूल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. कुछ माह पहले खुद सीएम योगी ने गोरखपुर खाद कारखाना परिसर में बन रहे सैनिक स्कूल का निरीक्षण किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि ये सैनिक स्कूल गोरखपुर समेत पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश का गौरव बनेगा. सीएम ने कहा कि किसी क्षेत्र में सैनिक स्कूल का होना एक बड़ी उपलब्धि है. इस दौरान सीएम ने अगले शैक्षिक सत्र से स्कूल में पढ़ाई शुरू कराने को लेकर भी निर्देंश दिया था. इसके लिए उन्होंने 2023 तक निर्माण कार्य पूरा करने का आदेश भी दिया है.