Ramadan Moon Date Time 2023  : रमजान के चांद को लेकर मुस्लिमों में बेचैनी बढ़ गई है. मुस्लिम धर्मगुरुओं के अनुसार, रमजान महीने का चांद (Ramzan Chand 2023 ) बुधवार को दिखाई नहीं दिया . लखनऊ में आज नहीं दिखा रमजान का चांद. शिया और सुन्नी मरकज़ी चांद कमेटियों ने ये ऐलान किया है. सुन्नी मरकजी चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बुधवार को कहा कि देश के किसी भी हिस्से में बुधवार को चांद नजर नहीं आया है. आज चांद एक बार फिर से देखा जाएगा. लिहाजा देश भर में शुक्रवार को होगा पहला रोजा. ऐसे में 24 मार्च को रमजान का महीना शुरू होगा. 



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ईद (Eid Ul Fitr) इस बार 22 अप्रैल को होने की उम्मीद है. मौलाना ने कहा, जामा मस्जिद ईदगाह लखनऊ में महिलाओं के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे. तरावीह की नमाज़ के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने लोगों से अपील की है कि रमज़ान महीने में खूब इबादत और रोज़े रखें.इस मुबारक महीने में एक कुरान जरूर सुनें. 


मुस्लिम धर्मगुरुओं के अनुसार,  21 मार्च को सऊदी अरब में रमजान का चांद पूरी तरह नजर नहीं आया.भारत में में 22 मार्च को रमजान का चांद नजर नहीं आया. भारत में भी 23 मार्च को चांद दिखने की आस है. ऐसे में अगले दिन से इस्लामिक रीति रिवाज के अनुसार लोग रोजा रखेंगे. इस पवित्र महीने के दौरान मुस्लिम दान और अन्य परोपकारी कार्यों पर ज्यादा ध्यान देते हैं.


रमजान का पवित्र महीना प्रारंभ होने वाला है. इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, रमजान 30 दिन तक चलेगा. मुस्लिम समुदाय रमजान के महीने की तारीख का इंतजार कर रहा था. चांद दिखने के साथ 22 या 23 मार्च से रोजे रखे जाएंगे. रमजान को इबादत का महीना माना जाता है.


रमजान के महीने में रोजेदारों इस्लाम धर्म के रीति रिवाजों के मुताबिक कठोर नियमों का पालन करना पड़ता है. जो रोजेदार रोजा रखते हैं, उन्हें सहरी और इफ्तारी के मध्य में किसी भी चीज का खाना पीना मना होता है. किसी भी तरह की गलत आदतों से दूर रहना होता है.रोजे में तो मन मस्तिष्क में बुरे ख्याल भी दिमाग में नहीं लाए जाते हैं. 


चांद नजर आने के साथ ही तरावीह की होगी शुरुआत
चांद के दीदार के हिसाब से 23 या 24 मार्च को मुकद्दस रमजान का पवित्र महीना शुरू हो जाएगा. रमजान के पहले दिन से ही रोजा, नमाज, इबादत और तसवीह का सिलसिला शुरू हो जाएगा. रमजान इबादत व बरकतों का महीना है. इस महीने मुसलमान रोजे रखते हैं व नमाज के साथ तिलावते कुराए-ए-पाक करके अल्लाह की इवादत करते हैं. रोजा इफ्तार का सिलसिला भी इस दौरान देखने को मिलता है. 


आम पर्यटक नहीं कर सकेंगे रात में ताज का दर्शन
रमजान के दौरान दर्शन आम पर्यटक ताजमहल का दीदार नहीं कर पाएंगे. ताजमहल केवल नमाजियों के लिए खुलेगा. गेट पर एक रजिस्टर रखा जाएगा.  नमाजियों के आने-जाने का समय और आधारकार्ड, मोबाइल नंबर, घर का पता आदि ब्योरा दर्ज करना होगा.  भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि इस माह रात्रि दर्शन नहीं होगा. केवल तरावीह के लिए ताज खोला जाएगा. हर नमाजी का रिकॉर्ड गेट पर रखा जाएगा