44 दिनों तक संगम तट पर चले माघ मेले का कल महाशिवरात्रि पर आखिरी स्नान पर्व, जानें प्रशासन की तैयारियां
Mahashivratri Snan Parv :संगम तट पर लगे माघ मेले की शुरुआत 6 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से हुई थी. महाशिवरात्रि पर स्नान के बाद हो जाएगा समापन.
मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: प्रयागराज के संगम तट पर लगे माघ मेले का कल यानी महाशिवरात्रि स्नान पर्व के साथ ही औपचारिक तौर पर समापन हो जाएगा. महाशिवरात्रि के मौके पर कल संगम तट पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे. वहीं, प्रयागराज के शिवालयों में भी शिव भक्तों का हुजूम उमड़ेगा.
संगम के घाटों पर तैयारियां पूरी
महाशिवरात्रि स्नान पर्व को देखते हुए मेला प्रशासन ने संगम के घाटों पर जरूरी तैयारियां पूरी होने का दावा किया है. घाटों पर डीप वाटर बैरिकेडिंग की गई है. साथ ही जल पुलिस और प्रशिक्षित गोताखोर और एनडीआरएफ एसडीआरएफ की टीमों को भी तैनात किया गया है. इसके अलावा मेला क्षेत्र की निगरानी सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से भी की जाएगी. शिवालयों में भी सुरक्षा व्यवस्था के जरूरी इंतजाम की बातें मेला प्रशासन की तरफ से कही गई हैं.
6 जनवरी से शुरू हुआ था माघ मेला
संगम तट पर लगे माघ मेले की शुरुआत 6 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से हुई थी. 44 दिनों तक चलने वाले माघ मेले का प्रमुख स्नान पर्व महाशिवरात्रि के साथ ही कल माघ मेले का औपचारिक तौर पर समापन हो जाएगा. महाशिवरात्रि पर्व पर संगम स्नान का विशेष महत्व है. इस दिन त्रिवेणी संगम में स्नान से मोछ की प्राप्ति होती है. शिवालयों में भगवान शिव को प्रिय बेल पत्र और धतूरा चढ़ाना भी शुभ माना जाता है.
महाशिवरात्रि पर इलाहाबाद पर संगम तट पर लाखों की भीड़ जुटने की संभावना है. ऐसे में कड़ी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था की गई है. लखनऊ, कानपुर समेत गंगा किनारे के तमाम इलाकों में भी भारी भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक डायवर्जन भी किया गया है. वाराणसी में भी भव्य काशी बारात निकालने की तैयारी है. ऐसे में आप भी घर से बाहर निकल रहे हैं तो ट्रैफिक अलर्ट का ध्यान जरूर रखें.
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