जंगल में बसा है लेहड़ा देवी का मंदिर, अज्ञातवास के दौरान मां ने पांडवों को दिया था जीत का आशीर्वाद
शक्तिपीठ के रूप में श्रद्धालुओं के लिए आद्रवन लेहड़ा देवी मंदिर आस्था का केंद्र है. मां के दरबार में श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंचते हैं. वैसे तो यहां पूरे साल ही भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन नवरात्र के दिनों में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ता है.
अमित त्रिपाठी/महराजगंज: शक्तिपीठ के रूप में श्रद्धालुओं के लिए आद्रवन लेहड़ा देवी मंदिर आस्था का केंद्र है. मां के दरबार में श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंचते हैं. वैसे तो यहां पूरे साल ही भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन नवरात्र के दिनों में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ता है. आज महाअष्टमी के दिन हर तरफ मां दुर्गा के मंदिरों में भक्तों का हुजूम उमड़ा है. मां के प्रति एक नाविक के कुचक्र और पांडव काल की कहानियों से जुड़े इस मंदिर में हर साल लाखों लोगों की भीड़ होती है.
Durga Ashtami 2021: सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को दी महाअष्टमी की बधाई
भक्त जंगल के बीच लगाते हैं अपनी अरदास
महाराजगंज जिले के फरेंदा में स्थित मां लेहड़ा देवी के मंदिर में भक्त अपनी अरदास लगाते हैं. ये मंदिर जंगल में बना हुआ है. ऐसा कहा जाता है कि जो भी भक्त सच्चे दिल से मन्नत मांगता है तो उसकी मुराद पूरी होती है. मां के दरबार में भारत के अनेक राज्यों के साथ-साथ नेपाल से भी काफी संख्या में मां के भक्त आते हैं और जंगल के बीच में स्थित दरबार में अपनी अरदास लगाते हैं
यहां पर स्थित है ये मंदिर
यह मंदिर महाराजगंज के फरेंदा में स्थित है. लेहड़ा माता का भव्य मंदिर के बारे में कहा जाता है कि कई हजार साल पहले यहां पर एक नदी बहती थी, जहां एक दिन माता एक किशोरी का रूप रखकर गईं और नाविक से नदी पार कराने को कहा. मां की सुंदरता पर आसक्त हो नाविक ने उनसे छेड़खानी करनी चाही तो उस पर कुपित होकर मां ने नाविक और नाव के साथ उसी पल जल समाधि ले ली. आज भी वह नदी बहती है.
एक कहानी ये भी
ऐसा कहा जाता है कि महाभारत काल में यहीं पर अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने मां की आराधना की थी और द्रौपदी के आंचल फैलाकर आशीर्वाद मांगने पर मां ने पांडवों को विजय श्री का आशीर्वाद दिया था.
जो भी अपने आंचल में हिजड़ों से नृत्य कराता है उसकी होती है हर मुराद पूरी
इस मंदिर में एक प्रथा है कि जो भी अपने आंचल में हिजड़ों से नृत्य करवाता है उसकी हर मुराद पूरी होती है. जिसके चलते यहां पर हर समय नृत्य का आयोजन होता रहता है. यहां पर शादी विवाह के कार्यक्रम भी होते रहते हैं.
भारत नेपाल सीमा पर स्थित इस मंदिर पर जिस तरह भक्तों का हुजूम रहता है उसे देखकर तो यही कहा जा सकता है कि मां के दरबार में हाजिरी लगाने से सारे पाप कट जाते हैं. मां सभी भक्तों की मुराद पूरी करती है.
WATCH LIVE TV