Mauni Amavasya 2023: मौनी अमावस्या-माघी पर भूलकर भी न करें ये 6 काम, वरना उठाना पड़ सकता है नुकसान!
Mauni Amavasya 2023: 21 जनवरी 2023 को मौनी अमावस्या है, जिसे माघी भी कहा जाता है. इस दिन करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे. लेकिन इस दौरान कुछ ऐसी चीजें हैं , जिनसे हमें बचना चाहिए. जानिए इनके बारे में.
Mauni Amavasya 2023: पंचांग के मुताबिक अभी माघ महीना चल रहा है, इसी महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को माघी या मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है. खास तौर इस त्योहार को उत्तरी भारत में मनाया जाता है. इस बार मौनी अमावस्या 21 जनवरी 2023 को है. शास्त्रों में इस तिथि का बेहद खास महत्व बताया गया है, इस दिन लाखों लोग पवित्र नदी में स्नान करते हैं. मान्यता है कि इससे पाप से मुक्ति मिलती है, साथ ही सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. लेकिन इस दौरान कुछ ऐसी भी चीजें हैं, जिनसे बचाव करना चाहिए. आइए जानते हैं इसके बारे में.
माघी या मौनी अमावस्या पर भूलकर भी ना करें ये काम
1. देर तक ना सोएं
माघी या मौनी अमावस्या को सुबह जल्दी उठकर स्नान-दान करना चाहिए साथ ही इस दिन सूर्य देवता को अर्घ्य देना चाहिए. स्नान से पहले बोलना नहीं चाहिए. इस दिन देर तक सोने को गलत माना गया है.
2. मांस-मदिरा का न करें सेवन
माघी या मौनी अमावस्या पर तामसिक भोजन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. मांस -मदिरा के सेवन को वर्जित माना गया है, इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए.
3. झूठ बोलने से बचें
इस तिथि पर ज्यादातर कोशिश करनी चाहिए कि मौन रहा जाए, इस दिन लोगों को झूठ बोलने से बचना चाहिए. इसका दुष्प्रभाव लोगों के ऊपर पड़ता है.
4. कब्रिस्तान-श्मशान के पास न जाएं
इससे अलावा मौनी अमावस्या पर कब्रिस्तान या श्मशान घाट के आस-पास जाने को भी शुभ नहीं माना गया है. इन जगहों पर देर रात तक घूमने से बचना चाहिए.
5. पीपल की पूजा न करें
आमतौर पर हिंदू धर्म के मुताबिक पीपल की पूजा की जाती है. लेकिन मौनी अमावस्या पर ऐसा करना ठीक नहीं माना जाता है. इसलिए इस दिन पीपल की पूजा करने से बचना चाहिए.
6. बुराई और लड़ाई-झगड़ा न करें
इसके अलावा इस दिन लड़ाई-झगड़े से भी लोगों को बचना चाहिए, किसी से बैर न रखें और किसी को बुरा-भला ना कहें.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि Zee upuk किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.