लखनऊ : बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को लखनऊ स्थित अपने आवास पर एक बयान जारी किया कि ''आजकल कांग्रेस और भाजपा में यह होड़ लगी हुई है कि कौन बड़ा हिंदुत्ववादी है. कौन बड़ा हिंदू भक्त है. इसी के चक्कर में पूजा पाठ में दोनों अपने आपको माहिर दिखा रहे हैं।. इसका साफ मतलब यह है कि इससे बाकी अन्य धर्म की उपेक्षा की जा रही है. यह संविधान की मंशा के विरुद्ध है.'' उन्होंने कहा कि ''हमारे देश में हिंदुओं के अलावा मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी आदि धर्म के लोग भी रहते हैं और सभी दलों को इनका भी बराबर सम्मान और ध्यान रखना चाहिए. साथ ही सभी ऐतिहासिक स्थलों को भी सुरक्षित रखना चाहिए क्योंकि आजकल ऐतिहासिक स्थलों के साथ भी छेड़छाड़ की जा रही है.''बीएसपी प्रमुख ने लखनऊ में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विरोधी पार्टियों पर निशाना साधा है.


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तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव पर नजर
मायावती ने कहा कि ''राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में दलित और आदिवासियों का उत्पीड़न हो रहा है. जल्द हो रहे विधानसभा चुनाव में इन चारों राज्यों में बसपा यह मुद्दा उठाएगी. इसके  प्रति जनता को जागरूक करेगी. वहां के लिए पार्टी ने राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद और मुख्य कोऑर्डिनेटर राम जी गौतम को लगाया है.


आकाश आनंद को दी बड़ी जिम्मेदारी
मायावती ने इसी के साथ अपने भतीजे आकाश आनंद को बड़ी जिम्मेदारी दी है. आकाश आनंद को राज्य विधानसभा के लिए को-ऑर्डिनेटर बनाया गया है. जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है मायावती का विरोधी दलों पर हमला तेज हो गया है. हालांकि सियासी गलियारों में इस बात को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं कि आखिर बीएसपी प्रमुख मावावती पिछले कुछ चुनाव से उस अंदाज में सियासी सक्रियता क्यों नहीं दिखा रही हैं जिसके लिए वह जानी जाती हैं. बहरहाल, ट्विटर और प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए ही सही मायावती ने एक बार फिर अपनी सक्रियता से सियासी पंडितों को बता दिया है कि आने वाले समय में प्रदेश और देश की राजनीति का पारा काफी गरम रहेगा.


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